डेस्क न्यूज़: यूपी के उन्नाव में एक सब्जी विक्रेता की हत्या के आरोप में 3 पुलिस कर्मियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इन तीनों के खिलाफ जांच भी शुरू कर दी गई है। मृतक फैसल (18) के परिजनों का आरोप है कि कोतवाली में पुलिस की पिटाई से उसकी मौत हुई है। 21 मई को हुई इस घटना के बाद नाराज परिवार ने कुछ लोगों के साथ मिलकर उन्नाव-हरदोई मार्ग को जाम कर दिया।
शुक्रवार 21 मई 2021 को उन्नाव जिले के बांगरमऊ कस्बे में कोरोना कर्फ्यू लगा दिया गया। हालांकि इस दौरान कुछ दुकानें खुली रहीं। फैजल की सब्जी की दुकान भी खुली थी। इसी बीच यहां पहुंचे दो जवानों ने उसे ठेला हटाने को कहा। फैसल के मना करने पर सिपाही उसे बाइक पर बैठाकर थाने ले गए और वहां उसकी पिटाई कर दी। इसके चलते उसकी मौत हो गई। हालांकि पुलिस का कहना है कि कोतवाली में तबीयत बिगड़ने पर फैसल को सीएचसी ले जाया गया, लेकिन वह बच नहीं पाया।
मौत की खबर मिलते ही फैसल के परिवार वालों और गुस्साए लोगों ने जमकर विरोध किया। एसपी आनंद कुलकर्णी ने मामले को बढ़ता देख आरोपी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है और होमगार्ड को बर्खास्त कर दिया है।
मामले में एएसपी शशिशेखर सिंह ने कहा है, 'बांगरमऊ थाने में एक व्यक्ति को लॉकडाउन का पालन कराने के लिए थाने लाया गया था। यहां उनकी तबीयत बिगड़ गई। उसे तुरंत सीएचसी अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस संबंध में वादी की तहरीर के आधार पर FIR दर्ज की गयी है। जिसमें दो आरक्षक और एक होमगार्ड को मनोनीत किया गया है। तीनों को सस्पेंड कर दिया गया है।
पुलिस ने तीनों के खिलाफ IPC की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया है।