कोरोना से संक्रमित समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान को सोमवार को लखनऊ के मेदांता अस्पताल के कोविड आईसीयू में रिफर किया गया। यहां क्रिटिकल केयर टीम की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है। अस्पताल प्रबंधन के बयान के अनुसार 10 मई को रामपुर से सांसद आजम खान को ऑक्सिजन की ज्यादा जरूरत (10 लीटर प्रति मिनट) पड़ रही है।
अस्पताल ने बयान में कहा, 'इसको देखते हुए मेदांता अस्पताल, लखनऊ की
क्रिटिकल केयर टीम ने उन्हें कोविड आईसीयू में स्थानांतरित कर दिया जहां
डॉक्टरों की गहन निगरानी में उनका इलाज चल रहा है।
वहीं अब्दुल्ला खान की स्थिति स्थिर और संतोषजनक है, उन्हें भी डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।'
मेदांता अस्पताल, लखनऊ के निदेशक की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि
रविवार रात नौ बजे सपा सांसद मोहम्मद आजम खान (72) और
उनके पुत्र अब्दुल्ला खान (30) को कोरोना वायरस संक्रमण के कारण
इलाज के लिए मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया था।
सीतापुर के जिला कारागार में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए
सपा के वरिष्ठ नेता व रामपुर के सांसद मोहम्मद आजम खान और
उनके पूर्व विधायक बेटे अब्दुल्ला खान को रविवार को लखनऊ के मेदांता अस्पताल स्थानांतरित कर दिया गया।
मेदांता अस्पताल के निदेशक डॉ. राकेश कपूर ने रविवार को जारी एक बयान में कहा था कि अस्पताल के चिकित्सकों ने शुरुआती जांच के बाद सपा सांसद को कोरोना वायरस का 'मॉडरेट इंफेक्शन' बताया और साथ ही उन्हें चार लीटर ऑक्सिजन पर इलाज के लिए चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया।
इसके पहले सीतापुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) मधु गैरोला सहित जिला अस्पताल के चिकित्सकों की टीम ने सोमवार शाम आजम खान का स्वास्थ्य परीक्षण किया और जेल प्रशासन के साथ ही जिला प्रशासन को भी आजम खान को बेहतर इलाज के लिए लखनऊ ले जाने के लिए राजी कर लिया।
सीतापुर जिला कारागार के डेप्युटी जेलर ओंकार पांडेय ने रविवार को बताया था कि आजम और उनके पुत्र अब्दुल्ला में 30 अप्रैल को आरटी पीसीआर जांच में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई थी। एक हफ्ते पहले दो मई को प्रशासन ने बेहतर इलाज के लिए आजम खान को लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज ले जाने की सलाह दी लेकिन उन्होंने सीतापुर जेल से बाहर जाने से इनकार कर दिया था।
उल्लेखनीय है कि जमीन हथियाने, अतिक्रमण और अन्य गंभीर आपराधिक मामलों में आजम अपने बेटे के साथ फरवरी 2020 से ही जिला कारागार सीतापुर में बंद हैं। उनकी विधायक पत्नी को दिसंबर 2020 में अदालत ने जमानत दे दी थी।