जोधपुर में नाइट्रोजन प्लांट को ऑक्सीजन प्लांट में बदलने का प्रयोग हुआ सफल

नरेंद्र मोदी ने नाइट्रोजन गैस प्लांट को ऑक्सीजन प्लांट में बदलने का अभियान चलाया
जोधपुर में नाइट्रोजन प्लांट को ऑक्सीजन प्लांट में बदलने का प्रयोग हुआ सफल
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डेस्क न्यूज़: पूरे देश में ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए जोधपुर में नवनिर्मित 120 बेड का अटल सामुदायिक कोविड केयर सेंटर इलाज करा रहे मरीजों के लिए राहत भरी खबर लेकर आया है। स्थानीय सांसद और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की पहल पर बोरानाडा की एक फैक्ट्री में नाइट्रोजन प्लांट को उठाकर केंद्र में लाया गया और जरूरी बदलाव के साथ इसे ऑक्सीजन प्लांट में तब्दील कर दिया गया है।

राजस्थान में नाइट्रोजन से ऑक्सीजन संयंत्र का यह पहला सफल प्रयोग है।

अच्छी बात यह है कि इस प्लांट ने मेडिकल ऑक्सीजन बनाना शुरू कर दिया है।

विधिवत पूजन के बाद इसे आजमाया और शुरू किया गया है।

इस बीच केंद्रीय मंत्री के प्रयासों से एक ओर जहां ऑक्सीजन प्लांट आज केंद्र पर पहुंच गया है, जो जल्द ही शुरू हो जाएगा।

कम समय में बना यह कोविड अस्पताल हर बेड पर ऑक्सीजन पहुंचाने में आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर है।

नरेंद्र मोदी ने नाइट्रोजन गैस प्लांट को ऑक्सीजन प्लांट में बदलने का अभियान चलाया

भाजपा जोधपुर संभाग के मीडिया प्रमुख अचल सिंह मेड़तिया ने कहा कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में मेडिकल ऑक्सीजन का सबसे बड़ा संकट रहा है।

इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाइट्रोजन गैस प्लांट को ऑक्सीजन प्लांट में बदलने का अभियान चलाया है।

इसके तहत राजस्थान के जोधपुर समेत पांच जगहों पर ये प्रयास शुरू किए गए।

इस पर केंद्रीय मंत्री शेखावत ने आईआईटी मुंबई के प्रोफेसर अत्रे से संपर्क किया और तकनीक पर चर्चा की।

करीब साठ लाख की लागत वाले नाइट्रोजन प्लांट को ऑक्सीजन प्लांट में बदला गया

जोधपुर में कोविड सेंटर के लिए ऐसे प्लांट की तलाश में शेखावत ने अखिल माहेश्वरी महासभा के राष्ट्रीय महासचिव संदीप काबरा, पंकज बाहेती, पूर्व उपमहापौर एवं भाजपा जिला महासचिव देवेंद्र सालेचा एवं नगर निगम दक्षिण वनिता सेठ की महापौर अटल सामुदायिक कोविड से चर्चा की।

केयर ने केंद्र के लिए नाइट्रोजन प्लांट की तलाश शुरू की।

उन्होंने पवनपुत्र प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री के सत्य नारायण धूत, कमल किशोर धूत, राधेश्याम धूत और दिनेश धूत से संपर्क किया।

यहां का नाइट्रोजन प्लांट लंबे समय से बंद था।

करीब साठ लाख की लागत वाले इस प्लांट को उठाकर राष्ट्रीय कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र परिसर में बने अटल कम्युनिटी कोविड केयर सेंटर में लाया गया। विशेषज्ञों को बुलाकर प्लांट में कुछ बदलाव किए गए।

इस पर करीब पंद्रह लाख का खर्च आया।

फ्रांस से मंगवाया जिओलाइट केमिकल

शेखावत ने इसके लिए फ्रांस से जिओलाइट केमिकल की भी व्यवस्था की। इसकी शुरुआत मंगलवार को प्लांट लगाने के साथ हुई। अब सेंटर के एयर कूल्ड वार्ड और हर कमरे में बेड के पास फ्लो प्वाइंट तक आसानी से ऑक्सीजन पहुंचाई जा सकेगी। नाइट्रोजन प्लांट को ऑक्सीजन प्लांट में बदलने में इंजीनियर जेएस पटेल, जोधपुर के मिस्त्री अब्दुल हमीद, अब्दुल वहीद और कमल भाटी का अहम योगदान रहा। मिस्त्री अब्दुल हमीद और अब्दुल वहीद रमजान के दिनों में दिन-रात काम करते थे। यहां तक कि रोजा इफ्तारी भी सेंटर पर ही किया। प्लांट में भागीदार के रूप में रोहित कलानी, सुनील बाहेती, मनोहर पुंगालिया, प्रेम सिंह राव को सहयोग दिया गया।

इस सफलता से पूर्व महापौर घनश्याम ओझा, महापुर विनीत सेठ, जो कोविड केयर सेंटर में सेवा दे चुके हैं, जिनमें पार्षद घनश्याम भाटी, योगेश व्यास, नरेंद्र फिथानी, दीपक माथुर, फतेहराज, विक्रम सिंह पंवार, कैलाश सोलंकी, मोहित केशवानी, धनराज डाना, नारायण धनाड़िया और मुकेश पंवार समेत तमाम कार्यकर्ताओं की टीम में उत्साह का माहौल है। सभी ने केंद्रीय मंत्री शेखावत का शुक्रिया अदा किया है।

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