डेस्क न्यूज़: UP में कोरोना महामारी के चलते Lockdown के बीच केंद्र की योगी सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे आने वाले परिवारों को तीन महीने के लिए तीन किलो गेहूं और दो किलो चावल देने का फैसला किया है। इसके साथ ही शहरी क्षेत्रों में रहने वाले मजदूरों को सरकार 1 हजार रुपये प्रतिमाह भत्ता भी देगी। जिन परिवारों की वार्षिक आय 27 हजार रुपये से कम है उन्हें गरीबी रेखा से नीचे माना जाता है। कोरोना वायरस के चलते उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में Lockdown जैसे हालात हैं। इससे गरीब परिवारों का गुजारा करना भी मुश्किल हो रहा है। ऐसे मुश्किल समय में गरीब परिवारों और मजदूरों को राहत देने के लिए यूपी सरकार ने यह कदम उठाया है।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने यूपी सरकार के हवाले से लिखा "उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने शहरी क्षेत्रों में मजदूर, रिक्शा चलाने वाले, नाविक, सड़क किनारे ठेला लगाने वाले, नाई, मछुआरे और बाकी रोजाना कमाकर खाने वाले लोगों हर महीने 1 हजार रुपए देने का फैसला किया है।"
योगी सरकार ने एक महीने के भीतर दूसरी बार बड़ा ऐलान कर प्रदेश की जनता को राहत दी है। इससे पहले पिछले महीने केंद्र सरकार ने गरीब परिवारों को राशन देने का ऐलान किया था। दो दिन बाद योगी सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 5 किलो अतिरिक्त राशन देने की घोषणा की।
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में 24 मई को सुबह 7 बजे तक के लिए Lockdown बढ़ा दिया है। इस संबंध में निर्णय CM योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की वर्चुअल बैठक में लिया गया। इससे पहले राज्य में 17 मई तक तालाबंदी की गई थी।
राज्य सरकार की ओर से शनिवार शाम जारी संक्रमितों की सूची के मुताबिक पिछले 24 घंटे में यूपी में 281 लोगों की मौत के साथ 12547 लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए। जानकारी के मुताबिक कल राज्य भर में 2 लाख 56 हजार कोरोना टेस्ट किए गए, जिनमें से संक्रमितों की संख्या 12547 निकली। यूपी में पिछले 24 घंटे में 28404 लोग कोरोना से ठीक हुए। प्रशासन की सख्ती और यूपी स्वास्थ्य विभाग की निष्क्रियता से प्रदेश में कोरोना संक्रमितों के ठीक होने की दर भी 87.9 पर पहुंच गई।