डेस्क न्यूज़ : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के सबसे बड़े अस्पताल में डॉक्टरों की घोर लापरवाही का मामला सामने आया है। जहां से एक महिला को मृत घोषित कर दिया गया और परिजनों को सौंप दिया गया। जब परिजन महिला को मुक्तिधाम लेकर पहुंचे तो पता चला कि सांसें चल रही थीं। इसके बाद जल्दबाजी में महिला को दोबारा अंबेडकर अस्पताल लाया गया। वहीं, अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनीत जैन ने कहा कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं है। जानकारी मिलने पर मामले की जांच की जाएगी।
राजधानी निवासी लक्ष्मी बाई अग्रवाल (73 वर्ष) बुधवार दोपहर तीन से चार बजे के बीच रायपुर में खाना खाते समय अचानक बेहोश हो गईं। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए अंबेडकर अस्पताल लाया गया। महिला का इलाज इमरजेंसी सेवा में शुरू हुआ। उसी समय, महिला की कोरोना जांच की गई वह रिपोर्ट नेगेटिव आई। कुछ समय बाद, डॉक्टरों ने ईसीजी किया और इसके बाद महिला को मृत घोषित कर दिया गया।
स्वजनों ने डॉक्टरों के बताए अनुसार एंबुलेंस कर संतोषी नगर मुक्तिधाम लेकर गए। वहां मौजूद लोगों ने अंतिम समय में देखा कि महिला की सांसें चल रही हैं। तत्काल स्वजनों को बताया और मुक्तिधाम में ही तत्काल प्राइवेट डॉक्टर को बुलाया। जहां डॉक्टर ने चेक करने के बाद बताया कि पल्स चल रही हैं तत्काल अस्पताल लेकर जाएं। जिसके बाद स्वजन फिर से महिला को आंबेडकर अस्पताल लेकर आए।