योग गुरु रामदेव ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कोरोना वायरस की दवा लॉन्च की है।
रामदेव की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे।
रामदेव ने कहा है कि पतंजलि की कोरोनिल टैबलेट अब कोविड को ठीक कर देगी।
उन्होंने दावा किया कि आयुष मंत्रालय ने कोरोनिल टैबलेट को कोरोना औषधि के रूप में स्वीकार किया है।
इसके अलावा उन्होंने पतंजलि की इस दवा के शोध पत्र भी जारी किए।
बाबा रामदेव का सपना ही भारत सरकार का सपना है-स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन
बाबा रामदेव ने कहा, ‘जब हमने कोरोनिल के माध्यम से लाखों लोगों को जीवन देने का काम किया, तो कई लोगों ने सवाल उठाए। कुछ लोगों को लगता है कि शोध कार्य केवल विदेश में ही किया जा सकता है। आयुर्वेद के शोध पर बहुत संदेह होता है। पतंजलि की दवा कोरोनिल पर जो भी संदेह किया जा रहा था, अब संदेह के बादल हटा दिए गए हैं। वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि आयुर्वेद और बाबा रामदेव की प्रामाणिकता पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए। बाबा रामदेव का सपना भारत सरकार का सपना है।
कोरोनिल दवा पिछले साल भी लॉन्च की गई थी
इससे पहले, पतंजलि आयुर्वेद ने 23 जून 2020 को कोरोनिल टैबलेट और स्वसारी वटी दवा लॉन्च की थी, जिसमें दावा किया गया था कि यह दवा कोविड -19 को सात दिनों के भीतर ठीक कर सकती है। हालांकि, जैसे ही दवा लॉन्च की गई, आयुष मंत्रालय ने कहा कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसके बाद मंत्रालय ने पतंजलि को दवा का विज्ञापन करने से भी रोक दिया।
पतंजलि ने पहले दावा किया था कि दो आयुर्वेद आधारित दवाओं ने कोविड -19 रोगियों पर क्लिनिकल परीक्षण के दौरान 100 प्रतिशत अनुकूल परिणाम दिखाए हैं, एक लाइफ सपोर्ट सिस्टम को छोड़कर। हालांकि, आयुष मंत्रालय ने पतंजलि को कोरोनिल बेचने की अनुमति दी थी।