राजस्थान में शनिवार 1 मई से यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज के तहत 5 लाख के स्वास्थ्य बीमा योजना की शुरुआत हो गई है। सीएम अशोक गहलोत ने 'मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना' की वर्चुअल लॉन्चिंग की। इस योजना के तहत गंभीर बीमारी पर 5 लाख तक का कैशलेस इलाज मिल सकेगा। सरकार ने इस योजना की रजिस्ट्रेशन अवधि को एक माह बढ़ाकर 31 मई तक कर दिया है। पहले 30 अप्रैल तक ही रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख थी।
इसमें खाद्य सुरक्षा के पात्र परिवारों, सामाजिक आर्थिक जनगणना के पात्र
परिवारों, लघु और सीमांत किसानों और सरकारी विभागों में कॉन्ट्रैक्ट पर
काम कर रहे संविदा कर्मचारियों को प्रीमियम नहीं देना होगा।
इनका प्रीमियम सरकार भरेगी। इन कैटेगरी के अलावा कोई भी 850 रुपए का प्रीमियम देकर 5 लाख का हेल्थ बीमा करवा सकेगा।
अब तक लगभग 22.85 लाख परिवार इस योजना से जुड़ चुके हैं।
जो परिवार अब तक इस योजना से जुड़ चुके हैं उन्हे 1 मई से लाभ मिलेगा।
जो परिवार 31 मई तक इसमें जुडे़ंगे उन्हे रजिस्ट्रेशन की तारीख से लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा-कोरोना से लड़ने में मुझे अगर पूरा बजट भी झोंकना पड़ेगा तो तैयार हूं। लेकिन संसाधनों की कमी से किसी की मौत हो जाए यह मंजूर नहीं है। यह बर्दाश्त नहीं है। 18 साल से अधिक की उम्र वालों के फ्री वैक्सीनेशन में 3000 करोड़ का खर्च सरकार उठाएगी। हम 3000 करोड़ का जुगाड़ करेंगे, कम पड़ेगा तो बजट से देंगे। सबको वैक्सीन लगाएंगे। भीड़ इकट्ठा करने की जरूरत नहीं है। जितनी वैक्सीन आएगी लगती जाएगी।
गहलोत ने कहा- कोरेाना की दूसरी लहर बहुत घातक है। एक्सपर्ट कह रहे हैं कोरोना की तीसरी-चौथी लहर भी आ सकती है। सरकार को और तैयारी करनी होगी। आक्सीजन दवाओं को लेकर पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है। पिछली साल 20 से ज्यादा मौतें नहीं हुई थी इस बार 100 का आंकड़ा पार कर चुका है।
गहलोत ने कहा कि हम लोग लॉकडाउन से बचना चाहते हैं। विशेषज्ञों की राय है कि चाहे हम लॉकडाउन नहीं लगाए। लेकिन उसी तरह का बर्ताव करना चाहिए। यह मौतों का आंकड़ा कम हो जाए और केस कम हो जाए तो धीरे-धीरे छूट दी जाएगी।