कोरोना संकटः कर्नाटक के सभी मंत्री कोविड राहत कार्यों के लिए एक साल की सैलरी दान करेंगे

कोरोनावायरस का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार मामलों बढ़ोतरी देखी जा रही है. इस बीच कर्नाटक में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य के मंत्रियों ने सर्वसम्मति से कोरोना से संबंधित कार्य के लिए अपने एक साल के वेतन का योगदान देने का फैसला किया है. यह जानकारी प्रदेश के राजस्व मंत्री आर अशोका ने बेंगलुरु में दी है
कोरोना संकटः कर्नाटक के सभी मंत्री कोविड राहत कार्यों के लिए एक साल की सैलरी दान करेंगे

कोरोनावायरस का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है. लगातार मामलों बढ़ोतरी देखी जा रही है. इस बीच कर्नाटक में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य के मंत्रियों ने सर्वसम्मति से कोरोना से संबंधित कार्य के लिए अपने एक साल के वेतन का योगदान देने का फैसला किया है. यह जानकारी प्रदेश के राजस्व मंत्री आर अशोका ने बेंगलुरु में दी है

कर्नाटका के मंत्रियों ने कोविड राहत कार्यों केलिए एक साल के वेतन का दान देने का फैसला किया

मंत्री अशोका ने यह बात कोविड-प्रबंधन और 14-दिवसीय कर्नाटक बंद को

लेकर मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की ओर से बुलाई गई जिला प्रशासन की

बैठक के बाद संवाददाताओं से कही. उन्होंने कहा, "हमने कर्नाटक के मंत्रियों

को कोविड राहत कार्यों के लिए हमारे एक साल के वेतन का दान देने का फैसला किया है."

कर्नाटक और बेंगलुरु में बढ़ती कोविड-19 मौतों को देखते हुए सरकार ने दाह संस्कार के लिए कर्नाटक में 230 एकड़ भूमि आरक्षित करने का फैसला किया है

कर्नाटक और बेंगलुरु में बढ़ती कोविड-19 मौतों को देखते हुए सरकार ने दाह संस्कार के लिए कर्नाटक में 230 एकड़ भूमि आरक्षित करने का फैसला किया है. उपायुक्तों को मुख्यमंत्री द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि वे तालुक स्तर पर तहसीलदारों को जमीन सौंपें. अशोका ने यह भी कहा कि राज्य की राजधानी बेंगलुरु में कोरोना से सबसे अधिक मौतों हो रही हैं.

सरकार ने शहर के बाहरी इलाके मावलीपुरा, गिद्देनाहल्ली और तवारेकेरे में तीन श्मशान बनाने का निर्णय लिया है. इनमें से दो श्मशान गिद्देनाहल्ली और तवारेकेरे 70 शवों का दाह संस्कार करने की क्षमता के शुरू हो गए हैं. वहीं, मावलीपुरा श्मशान घाट जल्द शुरू हो जाएगा. यहां रोजाना 40 शवों का अंतिम संस्कार किया जा सकेगा.

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