देश में कोरोना के कहर के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को हाई-लेवल मीटिंग कर रहे हैं। इसमें देश में के हालात पर चर्चा हो रही है। साथ ही देश में वैक्सीनेशन की रफ्तार को लेकर भी चर्चा होगी। सूत्रों के मुताबिक, मीटिंग में सरकार की तैयारी के बारे में प्रधानमंत्री को बताया गया। यह बैठक सुबह करीब 11 बजे शुरू हुई। बैठक में वरिष्ठ मंत्री और अधिकारी शामिल हैं. कैबिनेट सेकेट्ररी, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव और स्वास्थ्य सचिव समेत अन्य लोग बैठक में मौजूद हैं।
पीएम मोदी ने एक दिन पहले शुक्रवार को सभी राज्यों को ऑक्सीजन सिलेंडर
के जमाखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। प्रधानमंत्री
ने उस समय पर इन जमाखोरों के खिलाफ ऐसे कामों में लिप्त होने के लिए
असंतोष व्यक्त किया, जब भारतीय सशस्त्र बल की तीनों भारतीय सेना,
भारतीय नौसेना और भारतीय वायुसेना कोविड संकट के बीच मानव सेवा में लगी हुई है।
इसके अलावा प्रधानमंत्री शाम 5 बजे चक्रवाती तूफान ताऊ ते पर भी मीटिंग करेंगे। इस मीटिंग में सरकार के सीनियर अफसरों के साथ राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। इसमें राहत और बचाव कार्यों की तैयारियों पर चर्चा की जाएगी।
देश में कोरोनावायरस के रोजाना तीन लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। यही नहीं कोरोना से होने वाली मौतों में उछाल भी परेशानी का सबब बना हुआ है। देश में अधिकांश राज्यों ने लॉकडाउन समेत कड़े प्रतिबंध लगाए हैं ताकि कोरोना पर नियंत्रण पाया जा सके।
विपक्षी दलों के नेताओं का आरोप है कि देश में कोरोना की दूसरी लहर को संभालने में नाकाम रही है, देशभर में ऑक्सीजन, बेड और जरूरी दवाओं की किल्लत के मामले आए हैं। इस बीच प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को कहा, "100 साल की सबसे भीषण महामारी हर कदम पर दुनिया की परीक्षा ले रही है। हम अदृश्य दुश्मन का सामना कर रहे हैं. उससे युद्ध- स्तर पर मुकाबला किया जा रहा है।"