कोविड से जंग में जुटी रेलवे, 4176 कोच को आइसोलेशन वार्ड में बदला, 56 ऑक्सीजन टैंकर पहुंचाए

मरीजों के लिए अस्पताल में बेड की स्थिति से निपटने के लिए भारतीय रेलवे तेजी से काम कर रही है। अभी तक रेलवे के 4176 ट्रेन कोच को कोविड-19 आइसोलेशन और क्वारंटाइन सेंटर में बदला चा चुका है
कोविड से जंग में जुटी रेलवे, 4176 कोच को आइसोलेशन वार्ड में बदला, 56 ऑक्सीजन टैंकर पहुंचाए

कोरोना वायरस की दूसरी लहर सुनामी में बदल चुकी है जिससे आज पूरा देश जूझ रहा है। शनिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में 4 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं। अस्पतालों में जगह नहीं है। देश की राजधानी दिल्ली तक में ऑक्सीजन की किल्लत है। गाड़ियों में मरीज को बिठाकर ऑक्सीजन सिलिंडर लगाए वीडियो देश को झकझोर रहे हैं। मरीजों के लिए अस्पताल में बेड की स्थिति से निपटने के लिए भारतीय रेलवे तेजी से काम कर रही है। अभी तक रेलवे के 4176 ट्रेन कोच को कोविड-19 आइसोलेशन और क्वारंटाइन सेंटर में बदला चा चुका है। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ ने ये जानकारी दी है।

मरीजों के लिए अस्पताल में बेड की स्थिति से निपटने के लिए भारतीय रेलवे तेजी से काम कर रही है

इन कोच की मांग राज्यों के द्वारा की गई थी जिसके बाद रेलवे द्वारा तैयार

कर इन्हें भेजा गया है। राजधानी दिल्ली को 75 कोच दिए गए हैं। जिनमें 50

कोच शकूरबस्ती और 25 आनंद विहार पर खड़े हैं। इनकी कुल क्षमता 1200

बेड की है। महाराष्ट्र को 378 बेड की क्षमता वाले 24 कोच दिए गए हैं।

मध्य प्रदेश के भोपाल में 640 बेड की क्षमता वाले 40 कोच पहुंचाए गए हैं।

मध्य प्रदेश के ही टीही और इंदौर में 22 कोच उपलब्ध कराए गए हैं जिनकी क्षमता 320 बेड की है।

ऑक्सीजन एक्सप्रेस के जरिए अभी तक 813 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई की जा चुकी है।

रेलवे बोर्ड चेयरमैन सुनीत शर्मा ने जानकारी देते हुए आगे बताया कि अभी तक 25 ऑक्सीजन एक्सप्रेस 56 ऑक्सीजन सिलिंडर लेकर अपनी यात्रा पूरी कर चुकी हैं। ऑक्सीजन एक्सप्रेस के जरिए अभी तक 813 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई की जा चुकी है।

शर्मा ने बताया कि दिल्ली के लिए 6, तेलंगाना के लिए 5, उत्तर प्रदेश के लिए 3, मध्य प्रदेश के लिए 2 और हरियाणा के लिए 2 ऑक्सीजन टैंकर पहुंचाए जा रहे हैं, जो अभी रास्ते में हैं।

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