कोरोना की दूसरी लहर का सामना करने वाले भारत की मदद के लिए दुनिया भर के कई देश आगे आ रहे हैं। इसके तहत, उत्तरी आयरलैंड के बेलफास्ट से तीन 18 टन ऑक्सीजन इकाइयों और 1,000 वेंटिलेटर के साथ दुनिया का सबसे बड़ा कार्गो विमान भारत के लिए रवाना हो गया है। यह जानकारी ब्रिटिश सरकार ने दी है।
फॉरेन, कॉमनवेल्थ एंड डेवलपमेंट ऑफिस (FCDO) ने कहा कि हवाई अड्डे
के श्रमिकों ने रात भर कड़ी मेहनत की और जीवन रक्षक दवाओं को एंटोनव
-124 कार्गो प्लेन में लोड किया। एफसीडीओ ने इस आपूर्ति को वित्त पोषित
किया है। लोडिंग विमान रविवार (9 मई) सुबह तक दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है।
लोडिंग के समय उत्तरी आयरलैंड के स्वास्थ्य मंत्री रॉबिन स्वान बेलफास्ट एयरपोर्ट पर मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम भारत को हरसंभव मदद और समर्थन दें।
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन और भारत मिलकर इस महामारी से निपटने के लिए काम कर रहे हैं।
कोई भी तब तक सुरक्षित नहीं है, जब तक हम सभी सुरक्षित नहीं हैं।
ब्रिटेन से पिछले महीने 200 वेंटिलेटर और 495 ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर भारत भेजे गए थे, जिसकी फंडिंग FCDO ने की थी। वहीं, ब्रिटेन के स्वास्थ्य सचिव मैट हैनकॉक ने कहा कि भारत में कोरोना की वजह से बिगड़े हालत दुखद हैं। हम अपने दोस्तों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। उन्होंने कहा कि हम इस वैश्विक महामारी से एकसाथ लड़ रहे हैं, ऐसे में हम वेंटिलेटर, ऑक्सीजन जनरेटर और दूसरी मदद भारत भेज रहे हैं।