कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र सरकार ने देश में टीकाकरण के तीसरे चरण की घोषणा की, जो कि 1 मई से शुरू होगा। इस चरण में सरकार ने टीका लगाने के लिए उम्र सीमा को खत्म करते हुए 18 वर्ष या उससे ऊपर के सभी लोगों के लिए टीकाकरण की घोषणा की है।
सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, "सभी
वयस्कों को कोविड -19 टीकाकरण कार्यक्रम के तीसरे चरण के तहत टीका लगाया जाएगा।"
जिन लोगों की सेकेंड डोज बची है, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।
सरकार ने कहा है कि दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण में टीकों की खरीद और टीकाकरण की पात्रता
में ढील दी जा रही है।
वैक्सीन उत्पादन कंपनियों को राज्यों को आपूर्ति का 50% देने की अनुमति दी गई थी। यही नहीं, कंपनियां पूर्व निर्धारित मूल्य पर खुले बाजार में टीके भी उपलब्ध करा सकती हैं।
राज्य सरकारों को अधिकार दिया गया है कि वे निर्माताओं से अतिरिक्त वैक्सीन खुराक ले सकती हैं। इसके अलावा, 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को टीके देने की भी छूट है।
वैक्सीन 1 मई से खुले बाजार में उपलब्ध होगी, लेकिन वैक्सीन लेने के लिए प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। जिसके तहत किसी को कोविन प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण करना होगा।
भारत सरकार अपने हिस्से का 50% टीके राज्य सरकारों को देगी। जिसके लिए आधार यह होगा कि उस राज्य में कितने सक्रिय मामले हैं, कोविड प्रबंधन कैसे है? टीका अपव्यय के स्तर को भी ध्यान में रखा जाएगा।
इस घोषणा के तहत, राज्य सरकार निजी अस्पतालों, औद्योगिक प्रतिष्ठान, वैक्सीन उत्पादक कंपनियों से सीधे टीके खरीद सकती है।