देश और दुनिया में कोरोना महामारी को खत्म करने के लिए टीकाकरण अभियान तेजी से चलाया जा रहा है। अभी तक वयस्क लोगों को ही कोरोना का टीका लगाया जा रहा था, लेकिन अब अमेरिका सहित दुनिया के कई और देशों में बच्चों को फाइजर की वैक्सीन लगाई जा रही है। इस बीच जर्मनी से भी अच्छी खबर आई है।
दरअसल, यहां अब बच्चों को भी अगले माह से कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी।
जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने जानकारी दी कि सात जून से कोरोना की वैक्सीन 12
से 15 साल के बच्चों को भी लगाई जाएगी।
इधर, यूरोपियन मेडिसिन एजेंसी ने पहले ही 16 से 18 साल के बच्चों को कोविड-19
वैक्सीन लगाने की इजाजत दे रखी है।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान एंजेला मर्केल ने कहा कि 12 साल से ज्यादा उम्र के बच्चे 7 जून से वैक्सीन के लिए अपॉइंटमेंट ले सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि जो लोग अपने बच्चों को कोरोना का टीका लगवाना चाहते हैं, उन्हें अगस्त यानी स्कूल के नए सीजन से पहले वैक्सीन की दोनों डोज मिल जाएगी। मर्केल ने कहा, 'माता-पिता के लिए यह मैसेज है कि किसी भी बच्चे के लिए वैक्सीन अनिवार्य नहीं होगा।' उन्होंने कहा कि स्कूलों में विद्यार्थियों को टीकाकरण की आवश्यकता नहीं होगी। साथ ही यह सोचना पूरी तरह से गलत होगा कि आप केवल टीकाकरण वाले बच्चे के साथ ही छुट्टी पर जा सकते हैं।'
बच्चों के टीकाकरण को महामारी के खिलाफ लड़ाई में हर्ड इम्यूनिटी बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जाता है। मालूम हो कि इसी माह मई में कनाडा के स्वास्थ्य नियामक ने 12 से 16 साल के बच्चों के लिए फाइजर कंपनी की कोरोना वैक्सीन को अधिकृत किया है। इसके अलावा अमेरिका सहित कई खाड़ी देशों में भी यह वैक्सीन बच्चों को लगाई जा रही है। फाइजर ने मार्च के अंत में अमेरिका के 12 से 15 वर्ष के 2,260 स्वयंसेवकों पर किए गए एक अध्ययन के प्रारंभिक नतीजे जारी किए थे। इससे यह पता चला था कि टीका ले चुके बच्चो में से किसी में भी कोरोना के कोई मामले नहीं दिखे।