कोविड की तीसरी लहर को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. एम्स के डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि तीसरी लहर बच्चों पर असर डालेगी इसके कोई प्रमाण नहीं हैं. उन्होंने कहा है कि दुनियाभर में किसी सर्वे से ऐसी बात नहीं निकली है. तीसरी वेव कब आ सकती है या बच्चों पर इसका क्या असर होगा, इसे लेकर अब तक कहीं डाटा ग्लोबल नहीं है कि बच्चे ज्यादा प्रभावित होंगे. इसका कोई प्रमाण नहीं है. अब तक दुनिया में डाटा नहीं है कि बच्चों में सीरियस संक्रमण हो.
डॉ गुलेरिया ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भी जो बच्चे
संक्रमित हुए वे हल्के ही बीमार पड़े. उन्होंने कहा कि नहीं लगता कि भविष्य
में बच्चों में किसी गंभीर संक्रमण का खतरा देखने को मिलेगा.
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के सुस्त पड़ने के बीच सोमवार को
संक्रमण के नए मामले 1 लाख 636 दर्ज किए गए, 61 दिनों बाद इतने कम दैनिक मामले दर्ज किए गए हैं.
इससे कम मामले 6 अप्रैल को 96,982 दर्ज किए गए थे.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार
1,00636 नए केस मिलने के बाद बाद कुल कोविड-19 मरीजों की
तादाद 2 करोड़ 89 लाख 9 हजार 975 हो गई है.
वहीं इस अवधि में 2427 की मौत हुई है और मृतकों का
कुल आंकड़ा 3 लाख 49 हजार 186 हो गया है.
दैनिक मामलों की रफ्तार अभी भी एक लाख से ज्यादा पर हो
लेकिन राहत इस बात की है कि संक्रमण से मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या ताजा मामलों से कहीं ज्यादा है.
दिल्ली में सोमवार को समाप्त 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के 231 नए मामले सामने आए हैं. इस दौरान 63610 टेस्ट किए गए हैं. इन 24 घंटों में 36 मरीजों मौत हो गई है. दिल्ली में कोरोना की संक्रमण दर 0.36% है और एक्टिव केस अब 5208 हैं.