कोरोनावायरस: कर्ज दारो का रखवाला कौन ?

मध्यम वर्ग इससे सबसे अधिक पीड़ित होगा, मध्य वर्ग कोरोना से बीमार नहीं होगा
Migrant workers walk along a road to return to their villages, during a 21-day nationwide lockdown to limit the spreading of coronavirus disease (COVID-19), in New Delhi, India, March 25, 2020. REUTERS/Danish Siddiqui - RC23RF922VF9
Migrant workers walk along a road to return to their villages, during a 21-day nationwide lockdown to limit the spreading of coronavirus disease (COVID-19), in New Delhi, India, March 25, 2020. REUTERS/Danish Siddiqui - RC23RF922VF9

न्यूज़-  किसी की लापरवाही को छोड़ दें, देश के लोगों को भारत में फैलने के लिए कोरोना की कीमत चुकानी होगी? मध्यम वर्ग इससे सबसे अधिक पीड़ित होगा, मध्य वर्ग कोरोना से बीमार नहीं होगा, न ही ऋणग्रस्त हो जाएगा, क्योंकि इसका आर्थिक समीकरण पूरी तरह से गड़बड़ है।

मध्यम वर्ग की आय शून्य की ओर बढ़ रही है, लेकिन खर्च में इसके लिए कोई राहत नहीं है। उसे पैसे देकर गैस सिलेंडर खरीदना पड़ता है, पानी और बिजली का बिल देना पड़ता है, खाना-पीना भी खरीदना पड़ता है? एक बड़ा सवाल अन्य खर्चों के बारे में है!

यदि वह किराए से रहता है, तो उसका किराया कौन देगा? यदि कोई किराए की दुकान है, तो लॉकडाउन में किराए का भुगतान कौन करेगा? दिल्ली और उत्तर प्रदेश की सरकारों ने घोषणाएं की हैं, लेकिन अन्य राज्यों से चुप्पी बरकरार है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर कोई मकान मालिक प्रवासियों को घर छोड़ने के लिए मजबूर करेगा, तो दिल्ली सरकार उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी। केजरीवाल ने यह भी कहा कि तालाबंदी के बाद मकान मालिकों को उनका किराया मिलेगा।

तो इस प्रकार देश की स्थिति चरमरा गयी है

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