भारत के हालात से WHO दुखी : विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेडरोस अधानोम घेब्रेसियस ने भारत में जारी कोरोना वायरस के कहर पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि भारत में स्थिति दिल दुखाने वाली है
भारत में 'दूसरी लहर' की दस्तक के बाद से हालात काफी खराब हो चुके हैं
बीते मार्च से ही लगातार कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़त देखी जा रही है
टेडरोस ने कहा कै कि डब्ल्युएचओ भारत को जरूरी मदद भेज रहा है।
भारत के हालात से WHO दुखी : भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों में जारी बेतहाशा इजाफे के चलते देश में ऑक्सीजन, रेमडेसिविर सहित कई स्वास्थ्य सेवाओं की किल्लत की खबरें आ रही हैं. वहीं, कई राज्यों में हालात इस कदर भयावह हो चुके हैं कि सरकारें उद्योगों को बंद कर ऑक्सीजन मरीजों तक पहुंचा रही है. राजधानी दिल्ली में लॉकडाउन और महाराष्ट्र में 'कर्फ्यू' जारी है. इसके अलावा भी कई राज्यों ने लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है।
टेडरोस ने कहा 'डब्ल्युएचओ वह सब कर रहा है, जो हम कर सकते हैं.' उन्होंने कहा कि एजेंसी अन्य चीजों के साथ-साथ 'हजारों ऑक्सीजन कंसनट्रेटर्स, प्रीफेब्रिकेटेडड मोबाइल फील्ड हॉस्पिटल एंड लैब सप्लाई' भेज रहा है. उन्होंने जानकारी दी है कि संगठन ने पोलियो और टीबी समेत कई अन्य कार्यक्रमों के 2600 से ज्यादा एक्सपर्ट्स को भारतीय स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ मिलकर काम करने के लिए कहा है।
इससे पहले भारत कोवैक्स प्रोग्राम के तहत अन्य देशों के वैक्सीन मुहैया करा रहा था. मामले बढ़ने से पहले भारत से सीरम इंस्टीट्यूट में तैयार हुए एस्ट्राजेनेका के शॉट कोवैक्स के जरिए निर्यात किए जा रहे थे. अब भारत में संक्रमण की स्थिति बिगड़ने के बाद भारत ने वैक्सीन भेजने की प्रक्रिया को फिलहाल रोक दिया है. डब्ल्युएचओ और गावी ने बताया कि इसके चलते कोवैक्स कार्यक्रम में 9 करोड़ डोज की कमी आ गई है. कोवैक्स के तहत 92 गरीब देशों को कोविड-19 वैक्सीन उपलब्ध कराई जा रही थीं.