डेस्क न्यूज़ – देश में सोमवार से घरेलू हवाई सेवा शुरू हो गई। इसके साथ, 2 महीने के बाद, हवाई अड्डे खौफ में लौट आए। पहली फ्लाइट सोमवार को सुबह 5 बजे दिल्ली से पुणे के लिए रवाना हुई। सुबह 6:45 बजे फ्लाइट पटना से मुंबई के लिए रवाना हुई। बता दें, केंद्र सरकार ने लॉकडाउन 4. के बीच शर्तों के साथ 25 मई से देश में लगभग एक तिहाई घरेलू उड़ानों को चालू करने की मंजूरी दे दी है। इस बार हवाई अड्डे पर और उड़ानों के अंदर विभिन्न नियमों का पालन किया जा रहा है। फ्लाइट से उतरते ही यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है। सोमवार को कुल 380 उड़ानों की अनुमति है। नई दिल्ली एयरपोर्ट से कुल 190 उड़ानें उड़ान भरेंगी।
5 साल के विहान अकेले किया विमान में सफर:
घरेलू हवाई सेवा की शुरुआत के बाद, 5 वर्षीय मासूम विहान भी पहले दिन यात्रा करने वालों में से था। दरअसल, विहान छुट्टियों में दिल्ली में अपने दादा–दादी के पास गया था, लेकिन तालाबंदी के कारण फंस गया। अब जब हवाई सेवा शुरू हुई, तो उसे एक ही उड़ान में रखा गया, जहाँ चालक दल उसे सुरक्षित रूप से अपनी माँ के पास बैंगलोर ले गया।
इस कारण परेशान हुए यात्री:
जानकारी के मुताबिक, आज हर एयरपोर्ट से 25 फ्लाइट चलाने की कोशिश की जा रही है। हालांकि कहीं–कहीं फ्लाइट कैंसिल होने से यात्रियों को परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है। अल–सुबह वाली फ्लाइट्स के लिए यात्री रविवार देर रात ही एयरपोर्ट पर पहुंच गए थे।
पहले दिन इन शहरों के लिए उपलब्ध रहेंगी फ्लाइट्स :
अहमदाबाद, अमृतसर, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, दिल्ली, डिब्रूगढ़, गोवा, हैदराबाद, जम्मू, कोच्चि, कोलकाता, लेह, लखनऊ, मुंबई, पुणे, रायपुर, श्रीनगर, त्रिवेंद्रम, उदयपुर, वाराणसी, आइजोल, भोपाल, गुवाहाटी, इंफाल जयपुर, नागपुर, पटना, पोर्ट ब्लेयर, सिलचर, वडोदरा, विजयवाड़ा, कोयम्बटूर, देहरादून, गोरखपुर, इंदौर, कन्नूर, कोल्हापुर, इम्फाल, कोझीकोड, मदुरै, मैंगलोर, राजामुद्री, रांची, शिरडी, सूरत, तिरुपति, त्रिची, तूतीकोरिन, विशाखापत्तनम। , आदमपुर, बेलगाम, धर्मशाला, दुर्गापुर, ग्वालियर, जबलपुर, कानपुर, पोरबंदर।
राज्यों में क्वारंटाइन के अलग–अलग प्रावधानों के चलते लोगों के लिए मुश्किल हो रहा फैसला
फ्लाइट के टेकऑफ़ से पहले ही, राज्यों में संगरोध के बारे में अलग–अलग नोटों ने ऐसा माहौल बना दिया है कि लोग अपने आप यात्रा करने से हतोत्साहित हो रहे हैं। यह भी आशंका है कि इस झगड़े में राजनीति परेशान नहीं होगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सोमवार को सभी राज्यों, हवाई अड्डे के शीर्ष अधिकारियों और एयरलाइंस के प्रतिनिधियों की एक बैठक बुलाई है।