देश में कोरोना से बुरा हाल है क्या महानगर और क्या गांव हर ओर कोरोना ने अपने पैर पसार लिए हैं।
श्मशान घाट से लेकर कब्रिस्तान और अब तो नदियों में भी लाशों का अंबार लग गया है।
इस हाहाकार के बीच लगातार स्वास्थ्य व्यवस्था की खामियां निकलकर सामने आ रही है।
न तो अस्पतालों में बेड है और न ही ऑक्सीजन।
अब एक बार फिर से ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की दर्दनाक मौत की खबर सामने आई है।
जी हां आंध्र प्रदेश के तिरुपति में ऑक्सीजन मिलने में देरी होने,
के चलते कम से कम 11 मरीजों की मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि गैस टैंकर के पहुंचने में कुछ मिनटों की देरी हो गई थी,
जिसकी वजह से श्री वेंकटेश्वर रामनारायण रुइया सरकारी अस्पताल में सोमवार को ये घटनाएं हुई।
इससे पहले राज्य के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने कोविड
की स्थिति को देखते हुए एक समीक्षा बैठक बुलाई थी।
जिला कलेक्टर हरिनारायण ने इस घटना की पुष्टि की है।
उन्होंने बताया कि सोमवार की रात में ICU में ऑक्सिजन की सप्लाई में दिक्कत की वजह से 11 कोरोना मरीजों की मौत हो गई। आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। हरिनारायण ने बताया कि ऑक्सिजन सिलेंडर को दोबारा लोड करने में 5 मिनट का समय लगा जिससे ऑक्सिजन आपूर्ति कम होने से मरीजों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि ऑक्सिजन की आपूर्ति 5 मिनट के भीतर ही बहाल हो गई और अब सब सामान्य हो गया है। समय पर ऐक्शन की वजह से हम अधिक मरीजों की मौत रोक सके।
खैर मरीजों की मौत पर उनके परिजनों ने जमकर हंगामा भी किया। अधिकारियों ने जानकारी दी है कि 8:30 बजे के बाद ऑक्सीजन प्रेशर गिरना शुरू हो गया था। इससे पहले ही सप्लाई दोबारा शुरू हो सकती, कुछ ही मिनटों बाद मरीजों की मौत हो गई। इससे नाराज परिजन कोविड ICU में घुस आए। परिजनों ने इस दौरान कई टेबल पलट दी और उपकरणों को नुकसान पहुंचाया है। अधिकारियों ने कहा कि ICU में मौजूद नर्स और डॉक्टर अपनी सुरक्षा के लिए तुरंत वहां से भागे और पुलिस के आने पर ही वापस लौटे।