डेस्क न्यूज़ – चीन से संबंधित बुरी खबरें मिलने का सिलसिला रुक नहीं रहा है। अब वह गोल्ड रिजर्व में घोटाले के आरोपों का सामना कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक हाल के वर्षों में यह सबसे बड़ा सोना घोटाला हो सकता है। यह घोटाला उस शहर का है, जिसने पूरी दुनिया के घुटने टेक रखे है, इस शहर से उत्पन्न कोरोना वायरस पूरी दुनिया में कहर ढा रहा है। आपने सही सोचा, हम वुहान के बारे में बात कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, चीन में कुल सोने के भंडार का 4 प्रतिशत से अधिक नकली हो सकता है।
चीन के सबसे बड़े ज्वैलर्स में से एक और नैस्डैक में सूचीबद्ध किंगोल्ड ज्वैलरी पर 14 वित्तीय संस्थानों से कर्ज लेने की प्रतिज्ञा के रूप में सोने की नकली पट्टियां रखने का आरोप लगाया गया है।
इस कंपनी ने 83 टन सोना गिरवी रखकर 20.6 बिलियन युआन का ऋण लिया था। और इस सोने के अधिकांश हिस्से पर केवल सोने का पानी चढ़ा हुआ था। यह चीन के कुल वार्षिक उत्पादन का 22 प्रतिशत है और पिछले साल देश के सोने के भंडार का 4.2 प्रतिशत है।
दो अमेरिकी कानून फर्मों ने पहले ही इसकी जांच शुरू कर दी है। किंगोल्ड चीन हुबेई प्रांत में सोने का सबसे बड़ा व्यापारी है। इसके अध्यक्ष जिया झिहंग चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के पूर्व अधिकारी हैं। नकली सोने का खुलासा फरवरी में हुआ था जब एक ट्रस्ट ने तयशुदा कर्ज की भरपाई के लिए गिरवी रखे सोने को बेचने की कोशिश की थी। तब पता चला कि सोने को सोना माना जा रहा था वो असल में पीतल है।
जब यह खबर सामने आई तो बैंकों और वित्तीय संस्थाओं में खलबली मच गई जिसने किंगोल्ड को कर्ज दिया। जब उधार देने वाले कुछ वित्तीय संस्थानों ने उनके साथ गिरवी रखे सोने की शुद्धता की जांच की, तो यह तांबे का निकला। जांच एजेंसियां इसकी जांच कर रही हैं। हालांकि जिया किसी भी धोखाधड़ी से इनकार करती है। इससे पहले 2016 में, हुनान प्रांत में एक समान घोटाला उजागर हुआ था।
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और गिलगित–बाल्टिस्तान में पाकिस्तान में LOC पर अपने 20,000 जवानों को तैनात किया है। दूसरी ओर, चीनी अधिकारी जम्मू–कश्मीर में हिंसा भड़काने के लिए आतंकवादी संगठन अल–बद्र से बात कर रहे है। खुफिया एजेंसियों द्वारा ये जानकारी मिली। ये सब इस बात को दर्शाता है की चीन पाकिस्तान के साथ सीमा पर साजिश रच रहा है।
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