डेस्क न्यूज़- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को अगले दो महीनों के लिए फंसे प्रवासियों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए आत्मानिभर भारत पैकेज को मंजूरी दे दी।
कैबिनेट की बैठक के बाद जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, केंद्रीय पूल से खाद्यान्न के आवंटन के लिए पूर्व-पोस्ट फैक्टो को मंजूरी दी गई थी, जो मई और जून के लिए प्रति माह प्रति व्यक्ति 5 किलो पर लगभग आठ करोड़ प्रवासियों को मुफ्त में दिया गया था।
इससे लगभग 2,982.27 करोड़ रुपये की अनुमानित खाद्य सब्सिडी प्राप्त होगी। इसके अलावा, इंट्रा-स्टेट ट्रांसपोर्टेशन और हैंडलिंग चार्ज और डीलर के मार्जिन की लागत लगभग 127.25 करोड़ होगी। बयान के अनुसार, केंद्र से कुल सब्सिडी लगभग 3,109.52 करोड़ रुपये होने का अनुमान है
कैबिनेट ने गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) और हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों (एचएफसी) के लिए एक नई विशेष तरलता योजना को भी मंजूरी दी है ताकि उनकी तरलता की स्थिति में सुधार हो सके।
कोरोनोवायरस संकट से जूझ रहे एमएसएमई क्षेत्र के लिए आपातकालीन क्रेडिट लाइन गारंटी योजना (ईसीएलजीएस) के माध्यम से कैबिनेट ने 9.25 प्रतिशत की रियायती दर पर 3 लाख करोड़ रुपये तक के अतिरिक्त वित्त पोषण को भी मंजूरी दी।
कैबिनेट ने NBFC और HFC के लिए एक नई विशेष तरलता योजना शुरू करने के लिए एक वित्त मंत्रालय के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी।
सरकार के लिए प्रत्यक्ष वित्तीय निहितार्थ 5 करोड़ रुपये है, जो विशेष प्रयोजन वाहन (एसपीवी) में इक्विटी योगदान हो सकता है।