न्यूज़- लॉकडाउन के पांचवें चरण से पहले केंद्र सरकार ने 145 नए जिलों की पहचान संभावित कोरोना हॉटस्पॉट के रूप में की है। इनमें से ज्यादातर ग्रामीण इलाके हैं, जहां पिछले तीन हफ्तों में तेजी से मामले बढ़े हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्य सरकारों को इन इलाकों में कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए हैं, ताकी संक्रमण को रोका जा सके। फिलहाल इन जिलों में अभी 2147 एक्टिक मामले हैं, जो कुल संक्रमितों की संख्या का 2.5 प्रतिशत ही है। इसके साथ ही इनमें 26 जिले ऐसे चिह्नित किए गए हैं, जहां 20 से ज्यादा मामले सामने आए हैं।
राज्यों के मुख्य सचिवों से बात करते हुए कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने कहा कि भारत में बिहार, पश्चिम बंगाल और ओडिशा समेत 12 राज्यों के कई इलाके ऐसे हैं, जहां पहले तो कोरोना के मामले नहीं आए थे, लेकिन पिछले तीन हफ्ते में यहां तेजी से मामले बढ़े हैं। इसके साथ ही पूर्वी भारत के कई इलाके आने वाले दिनों में कोरोना के बड़े हॉटस्पॉट के रूप में उभरकर सामने आ सकते हैं, क्योंकि यहां हाई रिस्क स्टेट से बड़ी संख्या में लोग वापस लौटे हैं।
वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश जैसे बड़े राज्यों में गुरुवार तक लगभग 1.65 लाख मामले सामने आए थे। पिछले 15 दिनों में कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है, जहां 13 मई से अब तक 75 हजार मामले सामने आ चुके हैं। इसके साथ ही बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और ओडिश जैसे राज्यों में कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक से बड़ी संख्या में मजदूरों ने वापसी की है। जिस वजह से कोरोना से बचे हुए जिले अब हॉटस्पॉट के रूप में उभर रहे हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान ही कोरोना वायरस के 7964 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद मरीजों की संख्या बढ़कर 1,73,763 हो गई है। पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के कारण 265 लोगों की मौत भी हुई है। कोरोना वायरस के संक्रमण और इससे हुई मौतों का ये अभी तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।