देश में कोरोना महामारी का संकट लगातार जारी है। केंद्र से लेकर राज्य सरकार लोगों को राहत देने के लिए अपने-अपने स्तर पर हर संभव कोशिश कर रही है। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय भी देश में कोरोना की स्थिति को लेकर लोगों को लगातार जानकारी दे रहा है। इसी क्रम में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश के कुल सक्रिय मामलों का 69 फीसदी सिर्फ 8 राज्यों में हैं।
21 राज्य ऐसे हैं जहां रोजाना रिकवर मामलों की संख्या नए मामलों से
ज्यादा है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण दर में दस सप्ताह तक
वृद्धि जारी रहने के बाद पिछले दो सप्ताह से संक्रमण दर में कमी आनी शुरू
हुई हो गई है। अग्रवाल ने कहा कि सात राज्यों में संक्रमण दर 25 फीसदी से अधिक
जबकि 22 राज्यों में संक्रमण दर 15 फीसदी से अधिक है।
अग्रवाल ने कहा कि देशभर में 3 मई को सक्रिय मामले 17.13 फीसदी थे, वे अब 12.1 फीसदी रह गए हैं।
रिकवरी रेट 81.7 फीसदी से बढ़कर 86.7 फीसदी हो गई है।
पिछले 10 दिनों में सक्रिय मामलों और रिकवर मामलों की तुलना करें
तो 10 में से 9 दिनों को रिकवर मामले ज्यादा दर्ज किए गए।
उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों में देशभर में 2,76,000 मामले दर्ज किए गए हैं।
उन्होंने कहा कि अब तक पूरे देश में करीब 18 करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोज दी गई है।
इसमें 18-44 साल के बीच के लोगों को अब तक लगभग 70 लाख डोज दी गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि एक अध्ययन के अनुसार, 50 फीसदी लोग अभी भी मास्क नहीं पहनते हैं और 64 फीसदी वैसे हैं जो सिर्फ अपना मुंह ढकते हैं लेकिन नाक नहीं ।
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि देश में अधिक रैपिड एंटीजन टेस्ट किए जाने चाहिए क्योंकि आप तेजी से परिणाम प्राप्त कर सकते हैं और फिर रोगी को जल्दी से आइसोलेट कर सकते हैं।
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि हमारा लक्ष्य इस महीने के अंत तक 25 लाख टेस्ट और जून के अंत तक 45 लाख टेस्ट करने का है।
भार्गव ने कहा कि कोरोना के घरेलू परीक्षण के लिए एक कंपनी ने पहले ही आवेदन कर दिया है और 3 कतार में हैं। अगले सप्ताह के भीतर, हमारे पास 3 और कंपनियां होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत में फरवरी के मध्य से कोविड-19 संबंधी जांच की संख्या में साप्ताहिक रूप से लगातार वृद्धि हो रही है और 12 सप्ताह में इसमें 2.3 गुना की वृद्धि हुई है।
भार्गव ने बताया कि प्रथम चरण में आपको केमिस्ट से परीक्षण किट खरीदनी होगी फिर दूसरे चरण में मोबाइल ऐप डाउनलोड करना होगा। तीसरे चरण में घर पर परीक्षण करें। चौथे चरण में मोबाइल इमेज पर क्लिक करें और अपलोड करें फिर आपको परिणाम दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 3-4 दिनों के भीतर यह बाजार में उपलब्ध हो जाना चाहिए।