न्यूज़- आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती एक गर्भवती कोरोना संक्रमित महिला ने बच्चे को जन्म दिया है। बताया जाता है कि गर्भवती महिला की हालत बिगड़ रही थी, जिसके बाद सामान्य प्रसव न कराकर सीजेरियन ऑपरेशन किया गया। उसी समय, सभी डॉक्टरों और कर्मचारियों ने ऑपरेशन किया, जिन्होंने कोरोना संक्रमण को देखते हुए, पीपीई किट, मास्क और दस्ताने पहने और बच्चे को सुरक्षित रूप से जन्म देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सोमवार को काजीपाड़ा निवासी कोरोना संक्रमित एक गर्भवती महिला को भर्ती कराया गया था, लेकिन यहां उसकी हालत बिगड़ते देख एसएन की जूनियर डॉक्टर योगिता गौतम और डॉ. साना ने सिजेरियन डिलीवरी कराने का निर्णय लिया और बेहतरीन तरीके से इस कार्य को अंजाम को अंजाम दिया। आगरा और आसपास के जिले में यह अभी तक का ऐसा पहला केस है जब किसी कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला ने बच्चे को जन्म दिया हो। इसलिए आगरा एसएन के चिकित्सक अपने लिए इसे बड़ी उपलब्धि मान रहे हैं।
हालांकि, अभी यह कहना उचित नहीं होगा कि कोरोना संक्रमित गर्भवती महिला से जन्म हुआ यह बच्चा भी कोरोना संक्रमित है या नहीं। क्योंकि इस मामले में अभी तक कोई भी रिसर्च सामने नहीं आई है। इसलिए जो भी होगा वह जांच के बाद ही सामने निकल कर आएगा। वहीं, इस समय एसएन मेडिकल मेडिकल कॉलेज में कोरोना संक्रमित के 52 मरीज भर्ती हैं। इनमें से 6 मरीजों को सोमवार को छुट्टी दी गई। इससे पहले यहां 9 मरीजों की की छुट्टी हो चुकी है, इस तरह एसएन से कुल 15 कोरोना मरीज पूरी तरह ठीक होकर घर चले जाएंगे।
बता दें, उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का कहर बढ़ता ही जा रहा है। बीते 24 घंटे में मुरादाबाद जिले में डॉक्टर-रिटायर्ड एएनएम समेत तीन लोगों की मौत हो गई। सभी तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी (टीएमयू) में भर्ती थे। तीन लोगों की मौत के बाद अब उनके परिजनों को भी क्वारंटाइन किया गया है। तीन मौतों के बाद कोविड-19 संक्रमण से मुरादाबाद में अब तक मरने वालों की संख्या पांच हो गई है।