देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर अभी भी जारी है। हालांकि पीक निकलने के बाद अब दैनिक मामलों में उतार-चढ़ाव हो रहा है। शनिवार को देश में कोरोना वायरस के 1.20 लाख नए मामले दर्ज किए गए, जबकि इसी दौरान 3380 मरीजों ने जान गंवाई। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि अब देश के 377 जिलों में कोरोना की संक्रमण दर पांच फीसदी से भी कम हो गई है। वहीं कोरोना के घटते मामलों को देखते हुए कुछ राज्यों ने अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वहीं कुछ राज्य अभी भी पाबंदियां लगाए हुए हैं। हालांकि कोरोना से रिकवरी की राष्ट्रीय दर 93 फीसदी हो गई है।
15 राज्यों में लॉकडाउन जैसी पाबंदियां
देश के 15 राज्यों में पूर्ण लॉकडाउन जैसी पाबंदियां हैं। इनमें हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, मिजोरम, गोवा, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी शामिल हैं। यहां पिछले लॉकडाउन जैसे ही कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं।
देश के 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आंशिक लॉकडाउन है। यानी यहां पाबंदियां तो हैं, लेकिन छूट भी है। इनमें राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, हरियाणा, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, मेघालय, नगालैंड, असम, मणिपुर, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश और गुजरात शामिल हैं।
एक स्टडी में बताया गया है कि फाइजर का टीका ओरिजनल वैरिएंट के मुकाबले भारतीय डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ 5 गुना कम एंटीबॉडीज पैदा करेगा। लैंसेट जर्नल में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, बढ़ती उम्र के साथ-साथ इन एंटीबॉडीज की वायरस को पहचानने और उनसे लड़ने की क्षमता भी घटती जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोना और वैक्सीन की स्थिति को लेकर हाईलेवल मीटिंग की। उन्होंने अधिकारियों को वैक्सीन की बर्बादी रोकने के सख्त आदेश दिए। पीएम मोदी ने कहा कि हर एक वैक्सीन मायने रखती है। जितनी बर्बादी होगी, उसका मतलब होगा कि उतने लोगों ने अपना डोज गंवा दिया।