देश में कोरोना का असर कम होने का सिलसिला जारी है। गुरुवार को 1 लाख 31 हजार 280 नए मरीज मिले, 2 लाख 5 हजार 771 ठीक हो गए और 2,705 की मौत हो गई। नए मरीजों का आंकड़ा लगातार चौथे दिन 1.50 लाख से कम रहा। इससे पहले 30 मई को 1.51 लाख लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
एक्टिव केस, यानी इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में बीते दिन 77,239 की कमी आई। इसमें चार दिन में ही करीब चार लाख की गिरावट दर्ज की गई है। 30 मई को कुल 20 लाख 22 हजार 45 एक्टिव केस थे, जो अब घटकर 16 लाख 31 हजार 427 रह गए हैं।
वही यूरोप में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट की वजह से एक बार फिर से हड़कंप मच गया है। कोरोना का यह वैरिएंट सबसे पहले नेपाल में मिला था। अब वैज्ञानिकों ने यह भी आशंका जाहिर की है कि नया वैरिएंट वैक्सीन को भी चकमा दे सकता है। यह वैरिएंट पुर्तगाल में मिला है।
हालांकि, ब्रिटेन सरकार के साइंटिफिक एडवाइजरी ग्रुप फॉर एमर्जेंसी यानी एसएजीई के एक सदस्य का कहना है कि वैरिएंट को लेकर अचानक से चिंतित होने की जरूरत नहीं है। यह एक ऐसा वायरस है जो हमेशा बदलता रहता है। शनिवार को वियतनाम ने बताया कि उन्हें कोरोना का एक बेहद खतरनाक वैरिएंट मिला है। इस वैरिएंट में भारत और यूके में मिले स्ट्रेन शामिल हैं, जो कि तेजी से हवा में फैलते हैं।
जम्मू कश्मीर के बारामूला में 124 साल की महिला ने कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लगवाया। मेडिकल ऑफिसर ताजमुल मलिक ने बताया कि गुरुवार को वागूरा इलाके में डोर-टू-डोर वैक्सीनेशन कार्यक्रम चलाया जा रहा था। इस दौरान बुजुर्ग महिला राहती बेगम को भी वैक्सीन लगाई गई।