डेस्क न्यूज़ – उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच एक और बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने राज्य के सभी केमिस्टों से कहा है, कि वे ठंड और बुखार की दवाओं की बिक्री का रिकॉर्ड रखें और सरकार को बताएं कि कितने लोग इन दवाओं को खरीदने आए थे। सरकार का मानना है कि इससे इस बात का अंदाजा हो जाएगा कि कोरोना वायरस की जांच की जरूरत कहां है। आदेश के अनुसार, राज्य भर के केमिस्टों को हर दिन शाम 5 बजे तक स्थानीय प्रशासन तक पहुंचना होता है। इससे पहले देश के पांच राज्यों (तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार और ओडिशा) ने भी इसी तरह के आदेश जारी किए हैं।
वास्तव में, सरकार को डर है कि लोग कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई देने पर अस्पताल जाने से डरते हैं और स्वयं लक्षणों को ठीक करने की कोशिश करेंगे। इससे पहले, गुजरात में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन पर मेडिकल स्टोरों को बंद कर दिया गया था।
जैसे ही यह खबर आई कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन कोरोना वायरस को ठीक कर सकता है, लोग डॉक्टर की सलाह के बिना इस दवा को अपने दम पर लेने के लिए दवा लेने आने लगे। बाद में सरकार ने बिना डॉक्टर के पर्चे के इसकी बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया।