न्यूज़- कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का पता लगाने और लोगों को इस जानलेवा वायरस के प्रति जागरुक करने के लिए भारत सरकार की ओर से लॉन्च किए गए आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप ने दुनिया भर के कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। सबसे चौंकाने वाली बात तो ये है कि लॉन्च होने के महज 13 दिनों के अंदर ही यह 5 करोड़ बार डाउनलोड हो चुका है, जो दुनिया में सबसे तेज है। सिर्फ ऐप के मामले में ही नहीं, दुनिया में जन-जन तक पहुंचने वाले ज्यादातर नई-पुरानी हर तरह की तकनीकों के मामले में इसने इतिहास के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इसमें टेलीफोन से लेकर इंटरनेट तक और टीवी से लेकर रेडियो के भी लोगों तक पहुंचने की बात शामिल है। यहां सबका एक छोटा सा ब्योरा दिया जा रहा है और उनकी आरोग्य सेतु ऐप से तुलना भी की जा रही है।
नीति आयोग के मुताबिक कोरोना वायरस के मरीजों को ट्रैक करने वाला यह मोबाइल ऐप लॉन्चिंग के महज 13 दिनों के अंदर ही 5 करोड़ बार डाउनलोड हुआ है। दुनिया का कोई भी ऐप अब तक इस माइलस्टोन को नहीं छू सका है। बता दें कि यह ऐप कोरोना वायरस के मरीजों का पता लगाने और नागरिकों को इस वायरस के प्रति जागरुक रखने के लिए भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्रालय ने पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप में इसे एनआईसी की निगरानी में विकसित किया है। यह ऐप स्मार्टफोन के लोकेशन डेटा और ब्लूटूथ का इस्तेमाल कर यूजर को आगाह करता है कि वह कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के कितने करीब है। आरोग्य सेतु ऐप यूजर के डेटा को सरकार के साथ साझा कर उसे बताता है कि वह किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में तो नहीं आया, जो कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है।
नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने आरोग्य सेतु ऐप के दुनिया में झंडे गाड़ने को लेकर जो हैरान कर देने वाले तथ्य सामने रखे हैं, उसके मुताबिक 'टेलीफोन को 5 करोड़ लोगों तक पहुंचने में 75 साल लग गए, रेडियो को 38 साल लगे, टेलीविजन को 13 साल, इंटरनेट को 4 साल, फेसबुक को 19 महीने और पोकेमॉन गो को 19 दिन। कोविड-19 से लड़ने के वाला भारत का ऐप आरोग्य सेतु सिर्फ 13 दिनों में ही 5 करोड़ लोगों तक पहुंच गया, दुनिया में किसी ऐप के लिए सबसे तेज, भारत की भावना को सलाम! '
कोरोना वायरस के संकट के समय इस ऐप की लोकप्रियता की एक वजह ये भी मानी जा रही है कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से पिछले राष्ट्र के नाम संदेश में इसे खुद भी डाउनलोड करने और दूसरों को भी ऐसा करने के लिए कहने की अपील की थी। इससे पहले पीएम मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप की अहमियत बताते हुए लिखा था कि 'कोविड-19 के खिलाफ हमारी लड़ाई में यह ऐप एक महत्वपूर्ण कदम है। तकनीक की सहायता से यह बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी देता है। जितने ज्यादा लोग इसका इस्तेमाल करेंगे, यह उतना ही ज्यादा कारगर साबित होगा।' अब जो नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने जो जानकारी दी है, वह पीएम मोदी की उम्मीदों पर पूरी तरह खरा उतरा है।
आरोग्य सेतु ऐप की खासियत ये है कि इसकी प्राइवेसी पॉलिसी में स्पष्ट है कि आपका डेटा सिर्फ भारत सरकार के साथ साझा किया जाएगा और आपका नाम या मोबाइल नंबर किसी दूसरे व्यक्ति तक नहीं पहुंच पाएगा। इस ऐप में कोरोना वायरस से जुड़े देश भर के हेल्पलाइन नंबर भी दिए गए हैं। इस ऐप के जरिए यूजर खुद में कोरोना वायरस के लक्षणों की भी पड़ताल कर सकता है। यह ऐप कोविड-19 के बारे में अपडेट भी यूजर तक पहुंचाता है, एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूज करने वाले यूजर स्वास्थ्य मंत्रालय का लाइव ट्वीट भी देख सकते हैं। आरोग्य सेतु ऐप की लोकप्रियता की एक वजह ये भी है कि इसमें 11 भाषाओं में जानकारियां उपलब्ध हैं।