कोरोना महामारी के बीच चीन में तेजी से बढ़ रहा है फ्लाइट में सूअर ले जाने का व्यापार

कोरोना वायरस के फैलने और दुनियाभर के देशों के एयरलाइंस को बंद करने के बाद विमानन सेवा को भारी नुकसान हुआ है। लेकिन एक एयरलाइन एक दम फुल है।
कोरोना महामारी के बीच चीन में तेजी से बढ़ रहा है फ्लाइट में सूअर ले जाने का व्यापार
Updated on

न्यूज़- कोरोना वायरस के फैलने और दुनियाभर के देशों के एयरलाइंस को बंद करने के बाद विमानन सेवा को भारी नुकसान हुआ है। लेकिन एक एयरलाइन एक दम फुल है। एलेक्सी इस्किन का कार्गो कैरियर चीन में सूअर पहुंचाने के काम पर लगा हुआ है। इस साल 747 विमान चीन में सूअर लेकर पहुंच चुके हैं।

इस साल विमानों के जरिए फ्रांस से चीन में करीब 3,000 से ज्यादा सूअर (ब्रीडिंग पिग्स) लाए गए हैं। लड़की के बक्सों में इनको लेकर 10 हजार से ज्यादा किमी आया गया। 747 कार्गो बोइंग विमानों में ये आए हैं। चीन में अफ्रीकन स्वाइन फ्लू के बाद सूअरों की संख्या में बहुत कमी आ गई थी। ऐसे में इनके पालने और मांस बेचने के व्यवसाय से जुड़े लोगों के सामने संकट की स्थिति हो गई थी। इस संकट से स्थानीय लोगों को उबारने और दुनिया के सबसे बड़े सूअर के बाजार में इनकी कमी को कम करने में मदद करने के लिए फ्रांस से इनको लाया गया है।

अमेरिका से इस साल के पहले चार महीनों में, चीन ने कुल 254,533 टन पोर्क का आयात किया है। जिसके बाद चीन यूरोप को पछाड़कर चीन का सबसे बड़ा पोर्क सप्लायर बन गया है। चीन ने अमेरिका से इस साल जनवरी से अप्रैल तक चार महीनों में कुल 254,533 टन पोर्क का आयात किया। चीन में पोर्क की काफी ज्यादा खपत है।

एलेक्सी इस्किन का कार्गो सभी चीजों के परिवहन के लिए जाना जाता है। उपग्रहों से कलपुर्जों तक सब कुछ ये कार्गो ले जाता है। कार्गो अपने उद्योग को कोरोना महामारी के बाद बदल रहा है। कंपनी रूस, फ्रांस और जर्मनी जैसे देशों में मास्क, पीपीई किट, चिकित्सा उपकरण और सेनीटाइज करने में इस्तेमाल होने वाले वाहनों की भी शिपिंग कर रही है क्योंकि वे वायरस को रोकने के लिए लड़ाई करते हैं। वहीं चीन में सूअर भी उसने पहुंचाए हैं।

Like and Follow us on :

logo
Since independence
hindi.sinceindependence.com