गुजरात ने विशाखापट्टनम में गैस रिसाव रोकने के लिए 500 किलो PTBC केमिकल भेजा

आंध्र प्रदेश में विशाखापट्टनम के एलजी पॉलिमर प्लांट में हुए गैस लीक हादसे से कोहराम मचा हुआ है। 5 हजार से ज्यादा लोग इस गैस की चपेट में आए,
गुजरात ने विशाखापट्टनम में गैस रिसाव रोकने के लिए 500 किलो PTBC केमिकल भेजा

न्यूज़- आंध्र प्रदेश में विशाखापट्टनम के एलजी पॉलिमर प्लांट में हुए गैस लीक हादसे से कोहराम मचा हुआ है। 5 हजार से ज्यादा लोग इस गैस की चपेट में आए, जबकि 10 की मौत हो गई।संकट की इस घड़ी में गुजरात के वापी स्थित के. के. पूंजा एन्ड संस कंपनी आगे आई है। इस कंपनी ने विशाखापट्टनम से करीब 30 किमी दूर वेंकटपुरम गांव में एलजी पॉलिमर्स इंडस्ट्री के केमिकल प्लांट में गैस रिसाव रोकने के लिए खास केमिकल भेजा है।

संवाददाता ने बताया कि, वापी से 500 किलो पीटीबीसी (पैराटेरटियरी बुटिल कैथेकोल) नामक केमिकल हवाई मार्ग से विशाखापट्टनम भेजा गया है। वहां इस केमिकल को स्टारिंग टैंक में डालने से गैस रिसाव का असर मंद पड़ जाएगा। कंपनी के पार्टनर संजयभाई ने कहा कि सुबह साढ़े छह बजे ही उनके पास कलक्टर और एसडीएम के अलावा राज्य सरकार की ओर से भी फोन आया था और विशाखापट्टनम स्थित कंपनी में हुई गैस दुर्घटना की जानकारी देकर उसे रोकने के लिए 500 किलो पीटीबीसी केमिकल दमण पहुंचाने के लिए कहा गया था। जिसके तहत दोपहर को ही केमिकल दमण में पहुंचाया गया। शाम तक केमिकल विशाखापट्टनम पहुंच जाएगा।

संजयभाई ने दावा किया कि, एलजी पॉलिमर्स इंडस्ट्री के केमिकल प्लांट में जिस स्टारिंग टैंक से गैस रिसाव हुआ है, उसमें यह केमिकल डालने से पोलिमराइजेशन रुक जाने से स्थिति नियंत्रित हो जाएगी। ज्ञातव्य है कि, बुधवार देर रात को विशाखापट्टनम में एलजी पॉलिमर्स इंडस्ट्री के केमिकल प्लांट से गैस लीक हुई। इससे पास के इलाकों में रहने वाले लोग बेहोश हो-होकर गिरने लगे। बाद में सुबह करीब 5:30 बजे न्यूट्रिलाइजर्स के इस्तेमाल के बाद हालात कुछ काबू किए जा सके। हालांकि, तब तक गैस 4 किलोमीटर के दायरे में आने वाले 5 छोटे गांवों में फैल गई थी। एहतियात के तौर पर 3 किलोमीटर के दायरे में गांवों को खाली कराना पड़ा। साथ ही फायर ब्रिगेड की 10-12 गाड़ियां स्टैंड बाय रखी गई है।

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