लॉकडाउन में घटते प्रदूषण के कारण, साफ़ दिख रही है हिमाचल की बर्फीली पहाड़िया

LockDown Effect: कई शहरों की आबोहवा सुधर गई है। हाईवे पर नीलगाय और अन्य जीव जंतु देखे जाने लगे हैं।
लॉकडाउन में घटते प्रदूषण के कारण, साफ़ दिख रही है हिमाचल की बर्फीली पहाड़िया
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न्यूज़- कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध जारी है और लॉकडाउन पूरे भारत में लागू है। यह लॉकडाउन का प्रभाव है कि सड़कों पर वाहनों की आवाजाही शून्य है और परिणाम को प्रदूषण के घटते स्तर के रूप में देखा जा सकता है। आसमान साफ है। पंजाब से खबर है कि यहाँ से हिमाचल प्रदेश की पहाड़ियाँ स्पष्ट दिखाई देने लगी हैं। शुक्रवार को जालंधर और चंडीगढ़ में लोग छत पर खड़े होकर इन पहाड़ियों को देखने लगे। खासकर जालंधर में यह कौतूहल का विषय बन गया। लोगों का कहना है कि उन्होंने ऐसा नजारा पहली बार देखा है।

लॉकडाउन के बाद से प्रदूषण में कमी आई है। हाईवे पर नीलगाय और अन्य जीव जंतु देखे जाने के पीछे भी यही दलील दी गई कि वाहनों का शोर थमने से ऐसा हुआ है। बीते दिनों पालमपुर से खबर थी कि क्षेत्र में जंगली मुर्गे-मुर्गियां, सांभर, जंगली गाय व सुअर हर जगह सड़क किनारे देखे जा रहे हैं। साथ ही पक्षियों की चहचहाहट भी लगातार सुनने को मिल रही है।

कई शहरों की आबोहवा सुधर गई है। जम्मू से खबर है कि यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स में 50 फीसदी तक सुधार आ गया है। यहां घातक स्तर तक पहुंच चुका वायु प्रदूषण अब पूरी तरह से काबू आ गया है। हवा तरोताजा हो गई है। जम्मू-कश्मीर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, यदि किसी शहर में एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 से ऊपर आता है तो इससे बच्चों, बुजु्र्गों और सांस के रोगियों को मुश्किल होती है। अब तक जम्मू का एयर क्वालिटी इंडेक्स 100-120 रहता था जो अब 50 पर आ गया है।

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