डेस्क न्यूज़ – जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस जनित महामारी से घिरी है और पाकिस्तान भी इससे अछूता नहीं है, लेकिन फिर भी पाकिस्तान में इस बीमारी से निपटने के बजाय लोगों पर अत्याचार हो रहा है। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में कुछ ऐसा ही हुआ है जहां एक अल्पसंख्यक हिंदू परिवार की दो नाबालिग लड़कियों के अपहरण की घटना प्रकाश में आई है। इस घटना में इलाके के प्रभावशाली नेता के भाई का नाम आ रहा है। पीड़ित परिवार पुलिस की सहायता पाने से दूर है, उन्हें अपहरणकर्ता के परिवार से धमकियां मिल रही हैं।
जानकारी के अनुसार, घटना के बाद, रिश्तेदारों ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें कहा गया है कि उनकी बेटियों– सुधी और शमा को जल्दी से खोजा जाए। ऐसा कहा जाता है कि दोनों बहनों का अपहरण पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के सदस्य पीर फैसल शाह जिलानी के भाई ने किया है। पीड़ित परिवार को डर है कि अगर पुलिस कार्रवाई का सहारा लेगी, तो अगवा की गई बहनें जबरन धर्म परिवर्तन कर लेंगी और शादी कर लेंगी।
बता दें कि सिंध प्रांत इस तरह के जबरन अपहरण और धर्मांतरण कराकर शादियों के लिए बदनाम है। विधानसभा ने सरकार से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एक कानून बनाने की भी मांग की है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने भी पाकिस्तान सरकार से इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने को कहा है। लेकिन पाकिस्तान की हार्डलाइन नेशनल असेंबली में कड़े कानूनी प्रावधान करने के प्रस्ताव को पारित नहीं होने दिया गया।
इससे पहले भी, इस प्रांत में कई महिलाओं का अपहरण कर लिया गया था और जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया था और फिर शादी कर ली गई थी। बाद में महिलाओं को डराया जाता है और उनके द्वारा बयान लिए जाते हैं। इससे पहले जनवरी में, शादी से ठीक पहले एक हिंदू लड़की का अपहरण कर लिया गया था। इतना ही नहीं, उसे जबरन एक मुस्लिम से शादी में बदल दिया गया।