न्यूज़- देश की सबसे बड़ी चिकित्सा संस्था इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने कोरोना वायरस की जांच को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए एक एंटीजन परीक्षण किट को मंजूरी दे दी है। इसके साथ कोविद -19 की स्क्रीनिंग कम लागत पर की जाएगी और लैब में सैंपल की जांच किए बिना ही इस बीमारी का पता लगाया जा सकता है। प्रतिजन परीक्षण एसडी बायोसेंसर द्वारा विकसित किया गया है, जो एक निजी जैव प्रौद्योगिकी कंपनी है, और दिल्ली में आईसीएमआर और एम्स ने भी इसे सही पाया है।यह किट नाक से लिए गए स्वैब से ही यह पता लगा लेता है कि उसमें SARS CoV2 की मौजूदगी है या नहीं।
यह किट इसलिए कारगर माना जा रहा है, क्योंकि इसकी रिपोर्ट 15 से 30 मिनट में ही ऑन द स्पॉट मिल जाएगी। इस किट के जरिए जांच के लिए न तो किसी प्रयोशाला की जरूरत है और न ही किसी मशीन की। यह एंटीजन किट एक कोरियाई कंपनी ने बनाई है। एम्स और आईसीएमआर ने जब इस किट की जांच की तो इसके परिणाम 99.3 से लेकर 100 फीसदी तक सही आए।
सिर्फ किट के लिए यह जरूरी है कि उसे 2 डिग्री से लेकर 30 डिग्री के बीच के ही तापमान पर रखा जाए। आईसीएमआर के मुताबिक एंटीजन टेस्टिंग किट से जिस व्यक्ति की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आएगी, उसकी पुष्टि के लिए अलग से कोई टेस्ट करवाने की जरूरत नहीं होगी। लेकिन, जिनकी रिपोर्ट निगेटिव आएगी उन्हें आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाना होगा।
आईसीएमआर ने अब इस एंटीजन टेस्टिंग किट के इस्तेमाल के लिए राज्यों को गाइडलाइंस जारी कर दी हैं, जिसके तहत जांच करने वाले व्यक्ति को पूरी तरह से पीपीई जैसे सुरक्षात्मक उपायों को पहनना अनिवार्य होगा। बता दें कि अभी जो टेस्ट किए जा रहे हैं, उसमें रिपोर्ट आने में कई बार काफी लंबा वक्त लग जाता है और इससे कई बार मरीजों की स्थिति बिगड़ने की भी आशंका रहती है।
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