केंद्र ने वैक्सीन उत्पादन के लिए एसआईआई और भारत बायोटेक को दिए 4500 करोड़

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने सुझाव दिया था कि हमें वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने के लिए करीब 3000 करोड़ रुपए की जरूरत है
केंद्र ने वैक्सीन उत्पादन के लिए एसआईआई और भारत बायोटेक को दिए 4500 करोड़

कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच वैक्सीन उत्पादन,

को बढ़ावा देने के लिए केंद्र ने वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया,

(एसआईआई) और भारत बायोटेक को समर्थन देने को लेकर सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है।

इस संबंध में सोमवार को घोषणा की गई।

वित्त मंत्रालय ने सीरम इंस्टीट्यूट के लिए 3,000 करोड़ और

भारत बायोटेक को 1,500 करोड़ रुपये प्रदान करने की मंजूरी दी है,

और इन्हें जल्द ही यह क्रेडिटवितरित किया जाएगा।

इससे पहले सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने सुझाव दिया था

कि हमें वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाने के लिए करीब 3000 करोड़ रुपए की जरूरत है।

एक मई से कोरोना टीकाकरण शुरू करने का निर्णय लिया है

उद्योग निकाय फिक्की ने भी हाल ही में सुझाव दिया था कि सरकार को देश में कोविड-19 वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए वैक्सीन प्रोड्यूसर को प्रोत्साहन प्रदान करना चाहिए।

इसने उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) प्रकार की योजना के तहत वैक्सीन बनाने वालों के वित्त पोषण की सिफारिश की थी।

पिछले 24 घंटे में 2.59 लाख से ज्यादा नए कोरोना मरीज मिले हैं।

यह वित्तीय सहायता ऐसे समय पर सामने आई है, जब सरकार ने 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिकों के लिए एक मई से कोरोना टीकाकरण शुरू करने का निर्णय लिया है

वही प्रतिदिन कोविड से मरने वालों की संख्या में भारी बढ़ोतरी दहशत पैदा कर रही है। देश मंगलवार को कोरोना के नए मरीजों की संख्या में सोमवार की तुलना में मामूली गिरावट दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटे में 2.59 लाख से ज्यादा नए कोरोना मरीज मिले हैं।

शवों के अंतिम संस्कार के लिए कई घंटों का इंतजार करना पड़ रहा है। 

वहीं इस दौरान 1,761 लोगों की संक्रमण से जान चली गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। इससे एक दिन पहले यानी सोमवार को 2.74 लाख से नए कोरोना मरीज मिले थे और 1,619 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।

देश में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसके चलते कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों में बेड, वेंटिलेटर, रेमडेसिविर और ऑक्सीजन की किल्लत जारी है। वहीं श्मशान घाटों पर शवों के अंतिम संस्कार के लिए कई घंटों का इंतजार करना पड़ रहा है।

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