केंद्र ने देश के कुछ जिलों में सार्स-सीओवी-2 के डेल्टा प्लस वैरिएंट पाए जाने के बाद महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश को इसके बारे में सतर्क कर दिया है और सावधानी बरतने की सलाह दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इन तीन राज्यों को सूचित किया है कि डेल्टा प्लस संस्करण महाराष्ट्र के रत्नागिरि और जलगांव जिलों, केरल के पलक्कड़ और पठानमथिट्टा जिलों और मध्य प्रदेश के भोपाल और शिवपुरी जिलों से प्राप्त जीनोम अनुक्रमित नमूनों में पाया गया है।
केंद्र सरकार ने इन राज्यों को इंसाकॉग के हालिया निष्कर्षो के बारे में सचेत किया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, जैव प्रौद्योगिकी विभाग, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद और वैज्ञानिक व औद्योगिक अनुसंधान परिषद के तहत कोविड-19 के संदर्भ में संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण के लिए 28 प्रयोगशालाओं का एक संघ है।
केंद्र ने तीन राज्यों के मुख्य सचिवों को सलाह दी है कि वे जिलों और समूहों में तत्काल रोकथाम के उपाय करें, जिसमें भीड़ को रोकना और लोगों को आपस में मिलाना, व्यापक परीक्षण करना और शीघ्र ट्रेसिंग के साथ-साथ वैक्सीन कवरेज भी शामिल है।
वही देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर अभी भी जारी है। हालांकि कोरोना के दैनिक संक्रमित मामलों में अब काफी गिरावट आ गई है। कोरोना की वजह से होने वाली मौतों का आंकड़ा भी गिरने लगा है। हालांकि कोरोना की तीसरी लहर की संभावना अभी भी चिंता का विषय है। वहीं सोमवार यानी योग दिवस के दिन देश में रिकॉर्ड तोड़ वैक्सीन लगाई गईं, जिसके बाद मंगलवार को इस अभियान की रफ्तार में बड़ी गिरावट देखी गई।
देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा तीन करोड़ के पार पहुंच चुका है और अबतक 29 करोड़ से ज्यादा लोगों को कोरोना की टीका लग चुका है। कोरोना के दैनिक मामलों में गिरावट के चलते अब कई राज्यों में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। हालांकि अनलॉक के दौरान कई जगहों पर भीड़ के जुटने की खबरें सामने आईं। इसके अलावा कोरोना की तीसरी लहर के आने के पहले से ही कई राज्यों ने अपनी तैयारियां कर ली हैं।