केंद्र ने कोविड के टीकों के वितरण में किसी भी तरह की असमानता से इनकार करते हुए शनिवार को कहा कि निजी अस्पतालों को मई के महीने में वैक्सीन की 1.20 करोड़ से अधिक खुराकें मिली हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात पर जोर दिया कि भारत सरकार, सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) के साथ घनिष्ठ साझेदारी में, 16 जनवरी से दुनिया में सबसे बड़े कोविड-19 टीकाकरण अभियान चला रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, कुछ मीडिया रिपोटरें में भारत के टीकाकरण अभियान में असमानता का आरोप लगाया गया है। ये रिपोर्ट गलत और सट्टा प्रकृति की हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 1 मई को 'उदारीकृत मूल्य निर्धारण और त्वरित राष्ट्रीय कोविड -19 टीकाकरण रणनीति' अपनाई गई थी, जो टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण का मार्गदर्शन कर रही है।
मंत्रालय ने कहा, यह दोहराया जाता है कि उदारीकृत टीका नीति, जिसमें निजी क्षेत्र और केंद्र के लिए एक बड़ी भूमिका की परिकल्पना की गई है, निजी क्षेत्र के लिए 25 प्रतिशत टीकों को अलग कर रही है। यह तंत्र बेहतर पहुंच की सुविधा प्रदान करता है और सरकारी टीकाकरण पर परिचालन तनाव को कम करता है।
उन लोगों के संदर्भ में सुविधाएं जो भुगतान कर सकते हैं और एक निजी अस्पताल में जाना पसंद करेंगे। 1 जून को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, निजी अस्पतालों को मई में 1.20 करोड़ से अधिक वैक्सीन की खुराक मिली थी।