न्यूज़- कोरोना महामारी ने दुनिया के देशों को अपनी जबदस्त गिरफ्त में ले चुका हैं। ब्राजील की हालत दिन प्रतिदिन कोरोना महामारी के कारण बत्तर होती जा रही हैं। आपकों बता दें ब्राजील में हर एक मिनट पर एक व्यक्ति की कोरोना से मौत हो रही हैं। ऐसे में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बाद ब्राजील के राष्ट्रपति ने भी वर्ल्ड हेल्थ ऑरगनाइजेशन यानी की WHO से बाहर निकल जाने की धमकी दी हैं।
राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो ने शुक्रवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) छोड़ने की धमकी दी है। हाल ही में संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की इस एजेंसी ने लैटिन अमेरिकी देशों को चेतावनी दी थी। उनका कहना था कि क्षेत्र में संक्रमण का प्रसार कम करने से पहले लॉकडाउन हटाने से जोखिम और बढ़ सकता हैं। मालूम हो कि दुनिया भर के देशों में कुल संक्रमितों के मामले में ब्राजील दुनिया में अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर है। यहां करीब हर मिनट एक व्यक्ति की मौत हो रही है। ब्राजील के एक दैनिक समाचार पत्र ने लिखा कि ब्राजील के एक नए रिकॉर्ड ने गुरुवार को इटली को भी पीछे छोड़ दिया है।लैटिन अमेरिका के सबसे अधिक आबादी वाले देश ब्राजील और मैक्सिको में संक्रमण की दर सबसे ज्यादा है। ब्राजील में यहां पेरू, कोलंबिया, चिली और बोलीविया में भी महामारी रफ्ताार पकड़ रही है। पूरे लैटिन अमेरिका में करीब 11 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं।
समाचार पत्र फोल्हा डे एस.पाउलो के फ्रंट पेज पर अपने संपादकीय में लिखा की नेबोल्सरो ने वायरस को "प्रति मिनट एक ब्राज़ीलियन लिटिल फ्लू" के रूप में वर्णित करते हुए अभी 100 दिन बीत चुके हैं। आप जितनी देर में ये खबर पढ़ रहे हैं उतनी देर में एक ब्राजील में कोरोना से एक की मौत हो चुकी होगी। ब्राजील में राजनीतिक स्पेक्ट्रम ने भी आलोचना की है। बता दें ब्राजील के कोरोना को शुरुआत में बोल्सोनारो ने कोरोना को साधारण सर्दी-जुकाम बताया था बोल्सोनारो की तुलना में दूसरे नेताओं ने इस महामारी को ज्यादा गंभीरता से लिया है। उन्होंने मार्च और अप्रैल में सख्त लॉकडाउन लगाया, लेकिन अब भुखमरी और गरीबी की आशंका को देखते हुए लॉकडाउन खोलने पर जोर दे रहे हैं। इससे उलट करीब 100 दिन पहले ही बोल्सोनारो ने इस संक्रमण को मामूली सर्दी-जुकाम बताया था।
कोरोना से हुई मौतों के मामले में ब्राजील दुनिया में चौथे स्थान पर है। यहां अब तक 35 हजार 47 लोग जान जा चुकी हैं। 33 हजार 774 मौत के साथ इटली दूसरे और 40 हजार 261 मौतों के साथ ब्रिटेन दूसरे नंबर पर है। वहीं, अमेरिका 1 लाख 11 हजार 390 मौतों के साथ पहले स्थान पर है।
बता दें अभी कुछ ही दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने डब्ल्यूएचओ से संबंध खत्म करने का ऐलान किया था। अमेरिका का आरोप है कि विश्व की इनती बड़ी संस्था डब्ल्यूएचओ कोरोनावायरस के शुरुआती फैलाव को रोकने में नाकाम रहा है। ट्रम्प ने इससे पहले इस एजेंसी की फंडिंग रोक दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि यह एजेंसी चीन की कठपुतली है। जिसकी वजह से दुनिया में स्वास्थ्य संबंधी संकट खड़ा हो गया है। अमेरिका के राष्ट्रपति का आरोप ये भी हैं कि डब्लूएचओ ने चीन के इशारे पर शरुआती दौर में इससे संबंधित जानकारियां और सही आंकड़ें दुनिया के साथ साक्षा नहीं किया जिस कारण ये बीमारी महामारी बनकर पूरी दुनिया के लिए संकट खड़ी कर दी हैं।