डेस्क न्यूज़ – जबकि गुजरात कोरोना महामारी से जूझ रहा है, राज्य में लगभग दो सौ पचास महिलाएं हैं जो अपने महामारी से इस अजन्मे बच्चे को बचाने के लिए संघर्ष कर रही हैं। गुजरात सरकार ने कोरोना महामारी के मद्देनजर गर्भवती महिलाओं के लिए एक दिशानिर्देश जारी किया है। गुजरात के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग की अतिरिक्त निदेशक डॉ। नीलम पटेल ने गुरुवार को कहा कि राज्य में अब तक 171 गर्भवती महिलाएं कोरोना वायरस की चपेट में हैं। अहमदाबाद शहर में सबसे अधिक 80 गर्भवती महिलाएं हैं जो कोरोना संक्रमित हैं। इन 171 महिलाओं में से 54 महिलाओं को सफलतापूर्वक वितरित किया गया है। जबकि दो महिलाओं की मौत हो गई है।
डॉ नीलम पटेल के अनुसार, गर्भवती महिलाओं में कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए, राज्य सरकार ने एक दिशानिर्देश तैयार किया है। सरकार की समय–सीमा के अनुसार, सामग्री क्षेत्र में रहने वाली सभी गर्भवती महिलाओं को प्रसव से 5 दिन पहले कोरोना रिपोर्ट करना आवश्यक है। प्रशासन को घर पर गर्भवती महिलाओं से नमूने लेने होंगे।
एलजी व शारदा बेन अस्पताल में सबसे ज्यादा गर्भवती महिलाएं हुई संक्रमित
अहमदाबाद के मणिनगर इलाके में महानगर पालिका द्वारा संचालित एलजी और शारदा बेन अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की संख्या सबसे अधिक है। चार दिन पहले, 26 में से 23 गर्भवती महिलाओं ने शारदा बेन अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव बताया था। जिसके बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। वहीं, एलजी एस्टपाल में हर दस गर्भवती महिलाओं की जांच की जा रही है, जिनमें से पाँच महिलाएँ औसत रूप से कोरोना पॉज़िटिव पाई जाती हैं। इन सभी महिलाओं को इलाज के लिए अहमदाबाद सिविल अस्पताल और एसवीपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गुजरात में, संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 12539 हो गई और 749 लोगों की बीमारी के कारण मृत्यु हो गई। अकेले अहमदाबाद में 9216 मामले सामने आए हैं और 60 लोगों की मौत हुई है।