न्यूज – देश और दुनिया में कोरोना का कहर जारी है भारत में लगातार आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं वहीं पहली बार ऐसा हुआ है कि कोरोना वायरस को लेकर बनाई जा रही कई वैक्सीन ने बंदर को कोरोना के संक्रमण से बचाया है, यह सफलता हासिल की है चीन की एक दवा बनाने वाली कंपनी ने, इस कंपनी ने रीसस मकाउ बंदर यानी सामान्य लाल मुंह वाले बंदरों को वैक्सीन दी थी, उसके बाद जांच की तो पता चला कि इन बंदरों में अब कोरोना वायरस नहीं हो सकता, कंपनी ने 16 अप्रैल से इंसानों पर इस वैक्सीन का ट्रायल शुरू कर दिया है।
देश और दुनिया में जिस प्रकार से कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है वह पूरी दुनिया के लिए एक चिंता का विषय बना हुआ ऐसे में भारत में कोरोना को लेकर हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि अभी भी स्थिति नियंत्रण में है भारत में अभी भी कोरोना के पॉजिटिव की संख्या लगातार बढ़ रही हैं और आंकड़ा 23000 के पार पहुंच चुका है इसमें 700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है वही 5000 से ज्यादा लोग अभी तक रिकवर हो चुके हैं भारत में सबसे ज्यादा संक्रमण महाराष्ट्र में फैला है और यह राज्य शुरुआत से ही आगे रहा है हालांकि अब पिछले कुछ दिनों में गुजरात में लगातार को कोरोना के मामले बहुत तेजी से बढ़े हैं और नए नए हॉटस्पॉट सामने आ रहे हैं ऐसे में गुजरात कोरोना के मामले में देश में दूसरे स्थान पर आ गया है।
पुलिस इन सब में बहुत ही तेजी से कार्य कर रही है कोरोना वॉरियर्स की बात करें तो इन सब लोगों की जान बचाने की जिम्मेदारी चिकित्सक कर्मियों पुलिसकर्मियों व सफाई कर्मियों के ही जिम्मे है, वे लोग जी जान से जुटे हुए हैं।
कोरोना के इस संकटकाल में जहां सब चीजें बंद है ट्रेन से लेकर एरोप्लेन बसों से लेकर सड़कें दुकानों से लेकर मॉल तक सब चीजें बंद पड़ी है और लोग डाउन लगा हुआ है समारोह भी पूरी तरीके से रद्द है लेकिन कुछ लोग हैं जो अभी भी मानने को तैयार नहीं है जिन लोगों की शादियां पहले से तय थी उनको चोरी चुपके लोग करा रहे हैं लेकिन ऐसे मामले लगातार प्रशासन के सामने आने के बाद प्रशासन पर कार्रवाई कर रहा है ऐसे ही कई समारोह प्रशासन ने खुद जाकर रुकवाये है।
लॉकडाउन में भी कुछ लोग जिद्द कर के बैठे है हम तो शादी करेंगे। ऐसा करके ये लोग सबकी ज़िंदगी खतरे में डाल रहें हैं। देश के सभ्य नागरिक होने का परिचय दें और अपने अपने घरों में रहें।
इससे पहले उत्तराखंड के हरिद्वार से भी एक वीडियो सामने आया था जिसमें हरिद्वार में एक पुलिस कांस्टेबल लाइक अहमद की 5 अप्रैल को शादी थी लेकिन उन्होंने कोरोनावायरस महामारी के बीच शादी को नहीं राष्ट्र को चुना और उन्होंने पूरी दुनिया के लिए एक उदाहरण पेश किया मिसाल पेश की 5 अप्रैल को लईक अहमद के विवाह समारोह के लिए तारीख तय की गई थी हालाकी उन्होंने कोरोनावायरस को देखते हुए अपनी शादी को स्थगित कर दिया था और इस फैसले में उनके ससुराल वालों ने भी उनका साथ दिया।