AIIMS में मरीज की जान बचाने के लिए डॉक्टर ने लिया इतना बड़ा रिस्क, जाने

कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान रोजाना डॉक्टर अपनी जान जोखिम में डालते हैं। एक ऐसा ही मामला दिल्ली एम्स से सामने आया है,
AIIMS में मरीज की जान बचाने के लिए डॉक्टर ने लिया इतना बड़ा रिस्क, जाने
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न्यूज़- कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान रोजाना डॉक्टर अपनी जान जोखिम में डालते हैं। एक ऐसा ही मामला दिल्ली एम्स से सामने आया है, जहां पर एक डॉक्टर ने मरीज की जान बचाने के लिए अपने सुरक्षात्मक उपकरण उतार दिए। डॉक्टर के इस कदम की अब एम्स रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने तारीफ की है। एसोसिएशन के मुताबिक अगर डॉक्टर फैसला लेने में थोड़ी सी भी देर करते, तो मरीज की जान जा सकती थी।

मामले में एम्स रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिसशन के जनरल सेक्रेट्री श्रीनिवास राजकुमार ने बताया कि डॉक्टर जाहिद अब्दुल माजिद जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के रहने वाले हैं। इस वक्त वो एम्स में कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे हैं। इसी बीच आठ मई की रात दो बजे एक मरीज को ट्रामा सेंटर में शिफ्ट करने के लिए लाया गया। आईसीयू में मरीज को शिफ्ट करने के लिए डॉक्टर माजिद एंबुलेंस के पास पहुंचे। इस दौरान उन्होंने देखा कि मरीज को सांस लेने में बहुत ज्यादा दिक्कत हो रही है। उन्हें लगा मरीज की ऑक्सीजन ट्यूब निकल गई है।

सुरक्षात्मक उपकरण में जो चश्मा रहते हैं, उससे उन्हें धुंधला दिख रहा था। ऐसे में उन्होंने फेस शिल्ड और चश्मा उतार दिया, फिर मरीज को दोबारा से ट्यूब लगाई। उन्होंने बताया कि अगर डॉक्टर ने ये कदम नहीं उठाया होता तो मरीज की जान जा सकती थी। राजकुमार ने कहा कि पूरे देश को ये समझना होगा कि कोरोना हमारा दुश्मन है और मिलकर ही उसे हराया जा सकता है। डॉक्टर माजिद ने इतना अहम फैसला लेते वक्त दोबारा नहीं सोचा। उनका मकसद किसी भी कीमत पर मरीज की जान बचाना था। एम्स रेजीडेंट डॉक्टर एसोसिएशन उन सभी स्वास्थ्यकर्मियों और डॉक्टरों का सम्मान करता है, जो इस महामारी से लड़ाई में फ्रंट लाइन पर काम कर रहे हैं।

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने सोमवार सुबह बताया कि अब भारत में कोरोना वायरस पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 67,152 हो गई है। पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 4,213 और मामले सामने आए हैं। कुल पॉजिटिव मामलों में 44,029 सक्रिय मामले, 20917 ठीक/ डिस्चार्ज/विस्थापित मामले और 2,206 मौतें शामिल हैं। महाराष्ट्र कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां अब तक 22171 मामले सामने आए हैं। वहीं राजधानी दिल्ली में 6923 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है।

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