डेस्क न्यूज़ – पश्चिमी अफ्रीकी देश माली में कोरोना वायरस से पहले व्यक्ति की मौत होने के कुछ ही घंटों के बाद देश में बहुप्रतीक्षित संसदीय चुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया। देश में प्रमुख विपक्षी नेता को अगवा किया जा चुका है और ऐसी आशंका है कि वह जिहादियों के कब्जे में हैं।
युद्ध से तबाह हो चुके पश्चिमी अफ्रीकी देश माली में बुधवार को कोरोना वायरस के कारण पहली मौत हुई । इससे पहले ही देश में सुरक्षा हालात को लेकर चिंता जतायी जा रही थी।
सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि देश के मध्य और उत्तरी हिस्सों में करीब दो लाख लोग रोजमर्रा के जीवन का हिस्सा बन चुकी हिंसा के कारण विस्थापित हुए हैं और वे मतदान नहीं कर सकेंगे क्योंकि उनके मतदान में हिस्सा लेने के लिए कोई व्यवस्था भी नहीं बनायी गयी है।
देश में इस बात को लेकर भी डर फैल रहा है कि गरीबी से बुरी तरह पीड़ित इस देश में , जहां बहुत बड़ा इलाका सरकार के नियंत्रण से बाहर है, वहां कोरोना वायरस बड़े पैमाने पर फैल सकता है।
शनिवार को देर शाम देश में कोरोना से पहली मौत होने की घोषणा की गयी। देश में अभी तक कुल 18 लोग वायरस से संक्रमित हैं।
संसदीय मतदान से 147 सदस्यीय नेशनल असेम्बली के लिए नए सदस्यों का चुनाव होगा। देश में 2013 से चुनाव नहीं हुए हैं। उस समय राष्ट्रपति इब्राहिम बौबाकर की 'रैली फॉर माली'' पार्टी सत्ता में आयी थी।