अमेरिका में कोरोना महामारी में तनाव दूर करने के लिए लोग गायों के साथ बिता रहे वक्त, इसके लिए हर घंटे 200 डॉलर कर रहे खर्च

हफ्ते भर का तनाव हो या फिर लंबे समय तक डिप्रेशन में रहे किसी मासूम जानवर के स्पर्श से इंसान के दिमाग को काफी राहत मिलती है। आमतौर पर पालतू जानवर घर में अपने साथी इंसानों का मन हल्का रखते हैं, प्रफेशनली ट्रेन किए गए सर्विस या थेरेपी डॉग भी इसकी मिसाल हैं। अब कुत्तों और छोटे जानवरों से आगे बढ़कर गायों के साथ गले लगकर भी वही आराम मिलना बहुत लोकप्रिय हो रहा है।
अमेरिका में कोरोना महामारी में तनाव दूर करने के लिए लोग गायों के साथ बिता रहे वक्त, इसके लिए हर घंटे 200 डॉलर कर रहे खर्च
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डेस्क न्यूज़- Cow Cuddling – हफ्ते भर का तनाव हो या फिर लंबे समय तक डिप्रेशन में रहे किसी मासूम जानवर के स्पर्श से इंसान के दिमाग को काफी राहत मिलती है। आमतौर पर पालतू जानवर घर में अपने साथी इंसानों का मन हल्का रखते हैं, प्रफेशनली ट्रेन किए गए सर्विस या थेरेपी डॉग भी इसकी मिसाल हैं। अब कुत्तों और छोटे जानवरों से आगे बढ़कर गायों के साथ गले लगकर भी वही आराम मिलना बहुत लोकप्रिय हो रहा है। भारत में खासकर ग्रामीण इलाकों में गायों का हाथ फेरना आम बात है, लेकिन अमेरिका में लोग इसके लिए पैसे खर्च करने को तैयार हैं।

Photo | AFP
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नीदरलैंड्स में शुरू थेरेपी के तौर पर शुरु किया गया था

इस वेलनेस ट्रेंड को Cow Cuddling (काउ कडलिंग)

नाम दिया गया है, जिसमें गाय को गले लगाया जाता है,

प्यार से गले लगाया जाता है, प्यार से सहलाया जाता हैं,

उसके सहारे लेटा जाता है। इस तरह तनाव और चिंता

को कम करने का प्रयास किया जाता है। माना जा रहा

है कि इसे नीदरलैंड में इलाज के तौर पर पेश किया गया था और अमेरिका में कोरोना वायरस की महामारी के बीच इसका चलन बढ़ गया है। खासकर तब जब इंसान एक-दूसरे को गले नहीं लगा सकते।

एक घंटे के लिए लोग 200 डॉलर तक का भुगतान कर रहे

यह अमेरिका के हवाई, न्यूयॉर्क, टेक्सास और लॉस एंजिल्स में लोकप्रिय हो रहा है। इसके लिए कई गैर-लाभकारी संगठन काम कर रहे हैं। खासकर उन जगहों पर जहां बचाई गई गायों को रखा जाता है, वहां देखा गया कि ये गायें लोगों के प्रति प्यार भी दिखाती हैं। कुछ जगहों पर लोग एक घंटे के लिए 200 डॉलर तक का भुगतान करते हैं। इस पैसे से गायों की देखभाल की व्यवस्था की जाती है।

जानवरों के गले लगने से आराम और शांति की अनुभूति होती हैं

रिपोर्टों से पता चलता है कि जानवर के गले लगने से ऑग्जिटोसिन हॉर्मोन निकलता हैं, जो आराम और शांति की अनुभूति देता है। इसका असर जानवरों पर भी देखा गया है। 2007 में, अप्लाइड ऐनमिल बिहेवियर साइंस जर्नल में एक स्टडी में कहा गया था कि गायों को भी अपने गले के ऊपर और पीठ पर हाथ फेरने से उन्हें भी शांति मिलती है, और उस समय वह कान पीछे की ओर कर देते हैं।

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