उदयपुर हत्याकांड मामले में एनआईए आज चारों आरोपियों को अजमेर सेंट्रल जेल से जयपुर ले आई है। जिसके दोपहर करीब 1.30 बजे जयपुर स्थित एनआईए कोर्ट में पेश किया गया। करीब 2 घंटे तक कोर्ट में सुनवाई चलती रही। जिसके बाद चारों आरोपियों को 10 दिन के रिमांड पर सौंप दिया गया। कोर्ट से बाहर निकलते समय वकीलों ने आरोपी की पिटाई कर दी। उन्होंने पानी के खाली बोतल फेंक कर विरोध भी किया। कोर्ट के आदेश पर अब एनआईए चारों आरोपियों से अलग-अलग पूछताछ करेगी। हालांकि एनआईए पहले कह चुकी है कि उनका आतंकी संगठनों से कोई संबंध नहीं है, लेकिन कल ही एसओजी के एडीजी ने कहा है कि इन बदमाशों का पाकिस्तान से कनेक्शन है।
कोर्ट ने चारों की रिमांड नहीं दी तो बदमाशों को जयपुर सेंट्रल जेल शिफ्ट कर दिया जाएगा। ऐसे में जेल प्रशासन को भी अलर्ट रहने को कहा गया है। जेल की ओर से इन बदमाशों के लिए जेल में अलग बैरक की व्यवस्था की गई है।
एनआईए ने दोपहर करीब 1.30 बजे चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट में दो घंटे चली सुनवाई के दौरान बाहर मौजूद वकीलों ने हंगामा किया। कन्हैयालाल के दोषियों को फांसी देने की मांग स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए कोर्ट परिसर में एसटीएफ व करीब एक दर्जन थानों को बुलाकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
कोर्ट ने चारों आरोपियों को 12 जुलाई तक एनआईए के हवाले कर दिया है। एनआईए जब आरोपियों को कोर्ट से बाहर लेकर निकली तो वहां मौजूद वकील भड़क गए। आरोपियों को ले जाते समय वकीलों ने उनकी पिटाई कर दी। कोर्ट परिसर में तैनात जाब्ता बीच-बचाव कर वहां से सुरक्षित बाहर निकल आया। इस दौरान वकीलों ने आरोपित पर पानी के खाली बोतल भी फेंके।