डेस्क न्यूज़- कोरोना के चलते बच्चों के खालीपन को बांट रहे मोबाइल ने एक ऐसी घटना को अंजाम दिया है जिसे सोच कर ही रूह कांप उठती है, 13 साल के भाई ने मोबाइल पर ब्लू फिल्म चलाते हुए 15 साल की बहन से संबंध बना लिया, बहन छह माह की गर्भवती हो गई, अब बच्चे के खराब होने के बाद डिलीवरी की गई है, मामला अलवर जिले के भिवाड़ी का है।
कोरोना के कारण स्कूल बंद हैं, बच्चे घर में रहकर इंटरनेट पर ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं, इंटरनेट के जरिए अश्लील सामग्री भी उन तक पहुंच रही है और वे ऐसी हरकतें कर रहे हैं, जो हर परिवार के लिए चिंताजनक है, ऐसा ही एक वाकया भिवाड़ी में रहने वाले एक परिवार में हुआ, एक 13 साल के भाई और एक 15 साल की बहन के बीच खेलकूद में शारीरिक संबंध थे, जब लड़की का पेट असामान्य रूप से बड़ा दिखने लगा तो उसकी जांच कराई गई और वह 6 महीने की गर्भवती पाई गई, परिजनों को जब इस बात की जानकारी हुई तो उनके होश उड़ गए, परिवार मूल रूप से महाराष्ट्र का रहने वाला है और भिवाड़ी में काम करता है, घटना के बाद वे सीधे वहां पहुंचे, अब जब महाराष्ट्र पुलिस ने जीरो एफआईआर भेजी तो मामला सामने आया।
पीड़िता भिवाड़ी के एक निजी स्कूल में नौवीं कक्षा की छात्रा है, छोटा भाई सातवीं में पढ़ता है, महिला थाना प्रभारी रमाशंकर ने बताया कि महाराष्ट्र का एक परिवार काफी समय से भिवाड़ी में मजदूरी के लिए रह रहा था, 15 साल की पोती का बड़ा पेट देखकर दादी को शक हुआ तो उसने इसकी जांच कराई और वह गर्भवती निकली, परिवार इतने गहरे सदमे में था कि वे तुरंत महाराष्ट्र के वर्धा जिले के सेवाग्राम के पैतृक गांव चले गए, बाद में बच्चे के खराब होने के बाद डिलीवरी की गई, पीड़िता ने अस्पताल में फॉर्म स्टेटमेंट में महाराष्ट्र पुलिस को पूरी घटना बताई, घटना दिसंबर 2020 की है, इसके आधार पर सेवाग्राम थाना पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर भिवाड़ी पुलिस को भेज दी है, पुलिस की टीम आरोपी और पीड़िता और अस्पताल में लिए गए भ्रूण का डीएनए सैंपल लेने महाराष्ट्र गई है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दोनों भाई-बहन पूरे दिन फोन चलाते रहे, इस दौरान उसे कुछ गलत लिंक्स मिले और वह पोर्न फिल्में देखने लगा, खेल में दोनों ने आपस में संबंध बनाए, दोनों को अपराध की जानकारी नहीं है, अब तक यह भी पता नहीं चल पाया है कि उसने ऐसा कितनी बार किया।
अगर आपका बच्चा मोबाइल या किसी भी तरह के गैजेट का इस्तेमाल करता है तो उसे बार-बार चेक करते रहें, ऐसे लिंक, सोर्स को हटा दें ताकि बच्चे उन तक न पहुंचें, सॉफ्टवेयर की मदद से अश्लील सामग्री के लिंक को लॉक करें, बच्चों का स्क्रीन टाइम कम करें, उनके साथ समय बिताएं और खुलकर बात करते रहें।
भिवाड़ी की मनोचिकित्सक डॉ प्रतिभा स्वामी का कहना है कि कोरोना के चलते ऑनलाइन पढ़ाई, खालीपन और एक जगह बंद रहने के कारण बच्चे ज्यादातर समय मोबाइल और इंटरनेट पर बिता रहे हैं, लॉकडाउन में ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं, 3 महीने पहले रायसिंह नगर के एक गांव में 12 साल के लड़के ने 6 साल की बहन से रेप किया था, दरअसल, समस्या यह है कि यह पता नहीं चलता है कि मोबाइल का इस्तेमाल करते समय बच्चे किस लिंक के जरिए अश्लील सामग्री तक पहुंचते हैं, बच्चे जिज्ञासु होते हैं, वे अश्लील वीडियो देखने के लिए उत्सुक हो जाते हैं, फिर जो देखते हैं वो अपने साथ भी देखते हैं, यहीं से सारी समस्याएं शुरू होती हैं।