Acb का बड़ा Action : कोटा के जेके लोन अधीक्षक को 50 हजार की रिश्वत लेते किया गिरफ्तार

परिवादी ठेकेदार ने शिकायत दी थी कि जेके लोन अस्पताल में उन्होंने कार्य किया था। इसका करीब 30 लाख रुपये का बिल बकाया था। इसको देने की एवज में अधीक्षक डॉ. मीणा 1 लाख 70 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहे हैं
अधीक्षक के घर acb की दस्तक
अधीक्षक के घर acb की दस्तक
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राजस्थान में ACB का एक के बाद एक सराहनीय कार्य देखने को मिल रहा है। घूसखोरों पर ACB का कड़ा एक्शन नजर आ रहा है। बड़ी से लेकर छोटी मछलियां भी ACB के जाल से बच नहीं पा रही।

वही एसीबी ने कोटा के जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एचएल मीणा को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। अधीक्षक डॉ. एचएल मीणा 50 हजार की रिश्वत ले रहे थे। एसीबी टीम ने डॉक्टर के पास से रिश्वत की राशि बरामद कर ली है।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय स्वर्णकार ने बताया कि उन्हें परिवादी ठेकेदार ने शिकायत दी थी कि जेके लोन अस्पताल में उन्होंने कार्य किया था। इसका करीब 30 लाख रुपये का बिल बकाया था। इसको देने की एवज में अधीक्षक डॉ. मीणा 1 लाख 70 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहे हैं।

सीआई अजीत बागडोलिया और नरेश चौहान के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए डॉ मीणा को दबोच लिया
सीआई अजीत बागडोलिया और नरेश चौहान के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए डॉ मीणा को दबोच लिया

परिवादियों से मांगता था रिश्वत

इस संबंध में परिवाद दर्ज होने के बाद शिकायत का सत्यापन करवाया गया. जिसमें रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने ट्रैप की कार्रवाई की. डॉ. मीणा ने परिवादी को रिश्वत लेकर अपने घर पर बुलाया। डॉ. मीणा आरकेपुरम इलाके में एक किराए के मकान में रह रहे थे। जहां पर परिवादी से रिश्वत की राशि ली इसके बाद एसीबी टीम ने सीआई अजीत बागडोलिया और नरेश चौहान के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए डॉ मीणा को दबोच लिया। साथ ही रिश्वत की राशि बरामद कर ली भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने अभी खुलासा नहीं किया है कि रिश्वत की राशि किस ठेकेदार से ली गई थी। फ़िलहाल सम्पूर्ण मामले में ACB जाँच कर रही है।

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