मथुरा जिले के कोसीकला थाना क्षेत्र के चलती कार में गैंगरेप का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। पुलिस ने जहां गैंगरेप के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर मामले की जांच तेज कर दी है वहीं अब विभिन्न राजनीतिक दल भी सरकार पर हमले कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री जिला मथुरा के कोसीकला थाना क्षेत्र के अंतर्गत चलती कार में सामूहिक दुष्कर्म का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है।
पुलिस ने जहां गैंगरेप के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर मामले की जांच तेज कर दी है वहीं अब विभिन्न राजनीतिक दल भी सरकार पर हमले कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा है कि असंवेदनशील भाजपा सरकार बताए कि इस अपराध के दोषियों का कब एनकाउंटर होगा। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था सामूहिक बलात्कार का शिकार हो गई है।
दरअसल, जिला मथुरा के कोसीकला थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी एक युवती ने पलवल में रहने वाले सेना के जवान तेजवीर व उसके एक अन्य साथी पर सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने मामला दर्ज कर मुख्य आरोपी तेजवीर को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी है। लड़की का आरोप है कि लड़की ने फेसबुक के जरिए पलवल में रहने वाले सेना के जवान तेजवीर से दोस्ती कर ली।
23 को वह सब-इंस्पेक्टर की परीक्षा देने के लिए तेजवीर के साथ आगरा गई थी। इस दौरान कार में तेजवीर का एक अन्य साथी भी मौजूद था। आरोप है कि जिस समय युवती आगरा से लौट रही थी उसी दौरान तेजवीर व उसके साथी ने युवती से दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया और कोसीकला थाना क्षेत्र के क्षेत्र में आरोपी बच्ची को असमंजस की स्थिति में छोड़कर फरार हो गया। फिलहाल सच्चाई जो भी हो पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद ही कुछ पता चलेगा।
मामले के मुख्य आरोपी तेजवीर ने बताया कि 17 अगस्त 2021 को उसने फेसबुक के जरिए लड़की से दोस्ती की थी। उसके बाद दोनों में बात होने लगी और इसी क्रम में उसे लड़की से प्यार हो गया। इसी बीच वह छुट्टी पर घर आ गया था। इस दौरान लड़की के पिता का एक्सीडेंट हो गया। ऐसे में लड़की ने अपने पिता के इलाज के लिए एक लाख रुपये मांगे थे और कहा था कि वह बाद में लौटा देगी।
लेकिन आरोपी ने बताया कि उसने लड़की से कहा कि फिलहाल उसके पास इतने पैसे नहीं हैं। वह अपने छोटे भाई से शादी कर रहा है। उस समय उसने कुछ नहीं कहा और फिर 9 तारीख को उसने पैसे मांगे और कहा कि उसे दो लाख रुपये चाहिए। उनके पिता के इलाज में उनका काफी पैसा खर्च हो गया था। जिस वजह से वह उससे पैसे मांग रही थी। उसने 19 तारीख को फिर फोन किया और मुझसे कहा कि तुम मुझे आगरा में यूपीएसआई का पेपर लेने ले चलो।
उसने मुझसे कहा कि तुम अपने घर की किसी महिला से मेरे घरवालों के बारे में बात कराओ और कहो कि हम अकेले ही पेपर देने जाएंगे। मैंने अपने परिवार वालों से बात कराई और वह मेरे साथ आगरा का पेपर देने गई। मैंने उसे बहुत सारे पेपर के लिए समझाया कि वह अपना पेपर अच्छे से दे। जब हम लौट रहे थे तो उसने क्या किया, उसने क्या योजना बनाई, उसने मुझे फँसा लिया।
फिर उसने कहा कि आपने पहले पैसे नहीं दिए। लेकिन अब तुम पैसे दोगे। हमारे बीच जो कुछ भी हुआ है वह एक दूसरे की सहमति से हुआ है। मैंने कुछ भी जबरदस्ती नहीं किया। आप मुझे चेक कर सकते हैं। अगर मेरी गलती पाई जाती है तो आप जो चाहें मुझे सजा दे सकते हैं।
इस मामले से पहले वह मुझसे कई बार पैसे की मांग कर चुकी थी । जिस दिन घटना का आरोप लगाया गया, उसी दिन रात 8 बजे उसने आखिरी बार फोन किया और पैसे की मांग की। वह जबरन पैसे मांग रही थी और उसने मुझे फंसाया।