डेस्क न्यूज़- अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज की है, इस मामले की जांच सीबीआई की दिल्ली स्पेशल क्राइम ब्रांच करेगी, इसके लिए एएसपी केएस नेगी के नेतृत्व में सीबीआई के 20 लोगों की टीम बनाई गई है, जांच एजेंसी ने गुरुवार को दर्ज मामले के आधार पर प्रयागराज के जॉर्ज टाउन थाने में प्राथमिकी दर्ज की है, इसमें नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरी को नामजद आरोपित बनाया गया है।
22 सितंबर को संत समाज की मांग पर योगी सरकार ने केंद्र सरकार से सीबीआई जांच की सिफारिश की थी, केंद्र ने गुरुवार को इसकी मंजूरी दे दी थी, इसके तुरंत बाद सीबीआई के 5 सदस्यों की पांच सदस्यीय टीम प्रयागराज पहुंच गई, टीम आज बाघंबरी मठ में महंत नरेंद्र गिरि का कमरा खोल सकती है, इसी कमरे में महंत का शव मिला था, पुलिस ने इस कमरे को सील कर दिया था।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक फोरेंसिक की स्पेशल टीम एक बार फिर पूरे मामले की जांच करेगी, यह टीम सुसाइड नोट से लेकर घटना स्थल तक का बारीकी से निरीक्षण करेगी, गिरफ्तार आनंद गिरि, आध्या प्रसाद और संदीप तिवारी से भी पूछताछ होनी है।
नरेंद्र गिरी का शव सोमवार की देर शाम संदिग्ध परिस्थितियों में कमरे में लटका मिला, कमरे से 11 पेज का सुसाइड नोट मिला है, इसमें उनके तीन शिष्यों आनंद गिरि, लेटे हनुमान मंदिर के प्रधान पुजारी आद्य प्रसाद तिवारी और उनके पुत्र संदीप को आत्महत्या का कारण बताया गया, उन्होंने अपने शिष्य बलवीर गिरि को भी अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, इस मामले में अमर गिरी ने जॉर्ज टाउन थाने में मामला दर्ज कराया था, इसमें आनंद गिरी को आरोपी बनाया गया था।