गोरखनाथ मंदिर पर हुए अटैक पर 34 सेकेंड का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो को कार में बैठे एक व्यक्ति ने शूट किया है। इस वीडियो को कार के अंदर बैठे एक शख्स ने बनाया है। वीडियो नजर आ रहा है कि कैसे मुर्तजा नाम का हमलावर हाथ में लोहे का धारदार हथियार लहराते हुए लोगों पर हमला कर रहा है और अफरातफरी का माहौल है। जानकारी के अनुसार युवक ने शाम करीब 7.20 बजे पीएसी के जवानों पर हमला किया। इस दौरान सुरक्षा में तैनात जवान दूर भाग गए।
मंदिर के मुख्य पश्चिमी द्वार से लेकर परिसर के अंदर तक संदिग्ध युवक ने करीब 15 मिनट तक उत्पात मचाया और मंदिर की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी भय के कारण इधर उधर भागते नजर आए। वहीं कुछ लोगों ने हमलावर को रोकने के लिए उस पत्थर फैंके लेकिन नाकाम रहे। फिर एक पुलिस वाले की सूझबूझ से उसे युवक को पकड़ लिया।
अहमद मुर्तजा रविवार शाम सात बजे गोरखनाथ मंदिर के द्वार पर पहुंचा। उसे देख कर सुरक्षा में तैनात पीएसी जवान गोविंद गौर और अनिल पासवान को उस पर शक हुआ। ऐसे में जवानों ने उसे चैकिंग के लिए रोका... लेकिन उसने तुरंत हथियार निकाल जवानों पर हमला कर दिया।
जानकारी के अनुसार जवान अनिल जैसे ही साथी गोविंद को बचाने आया तो हमलावर ने उसके हाथ और पेट पर हमला कर घायल कर दिया। दोनों जवानों पर हमला देख गेट के अंदर ड्यूटी पर तैनात जवान अनुराग राजपूत इंसास राइफल लेकर पहुंचे तो आरोपी भागने लगा। ऐसे में गेट पर मौजूद मंदिर स्टाफ ने आरोपी को दौड़ाकर पकड़ लिया।
बताया जा रहा है कि हमलावर मुर्तजा रविवार सुबह ही मुंबई से गोरखपुर आया था। उसके पास से धारदार हथियार और लैपटॉप भी बरामद किया गया है। इधर घायल जवानों को गोरखनाथ अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि आरोपी अहमद मुर्तजा के पास से जो चीजें बरामद हुई हैं. उसे ऐसा लगता है कि ये किसी बड़े षडयंत्र की तैयारी थी। युवक के पास से कुछ दस्तावेज मिले हैं। जोकि बेहद सनसनीखेज हैं। ऐसे में इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि यह आतंकी घटना नहीं थी। एटीएस और एसटीएफ युवक से पूछताछ कर रही है।
ACS (गृह) अवनीश अवस्थी ने बताया कि हमले में दो पीएसी और एक पुलिसकर्मी घायल हो गए। उन्होंने बहादुरी से हमले को नाकाम कर दिया। यदि हमलावर ने मंदिर में प्रवेश किया होता, तो वह भक्तों को नुकसान पहुंचा सकता था। इन तीनों वीर जवानों को पांच-पांच लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा।
5 फरवरी 2022 को सोशल मीडिया पर लेडी डॉन के नाम से गोरखनाथ मंदिर को उड़ाने की धमकी दी गई थी। सीएम योगी पर हमले की भी चर्चा थी। पुलिस ने गोरखपुर में मामला दर्ज किया था।
8 नवंबर 2021 को भी पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी।
1 अप्रैल 2020 को भी मुख्यमंत्री योगी को जान से मारने की धमकी दी गई थी। यूपी पुलिस कंट्रोल रूम के व्हाट्सएप पर एक शख्स ने चुनौती दी थी कि चार दिन में जो कुछ भी कर सकते हैं, कर लो... योगी को मई 2020 में बम से उड़ा दिया जाएगा। इस मामले में लखनऊ के गोमती नगर में मामला दर्ज किया गया है।
2015 में IIT मुंबई के कैमिकल इंजीनियर कर चुका मुर्तजा गोरखनाथ मंदिर और थाने के सामने की सड़कों पर हाथ में हथियार लिए दौड़ पड़ा। ऐसे में जनता और पुलिस दोनों उसे देखकर दूर होती रही। इसी बीच मुर्तजा ने 'अल्लाह हू अकबर' का नारा भी लगाया और चिल्लाते हुए पुलिसकर्मियों से कहता रहा कि मैं चाहता हूं कि तुम लोग मुझे गोली मार दो....।
SSP डॉ. विपिन टाडा ने कहा कि देर रात एटीएस ने जांच की कमान अपने हाथ में ले ली है। हमलावर अहमद मुर्तजा अब्बासी के घर एटीएस और पुलिस की टीम पहुंची। उसके पिता और परिवार के अन्य सदस्यों से पूछताछ शुरू कर दी। एटीएस युवक के विदेशी संपर्कों की भी तलाश कर रही है। जांच में पता लगाया जा रहा है कि आरोपी के पास कोई पासपोर्ट था या नहीं... या फिर वो कभी विदेश यात्रा पर गया है या नहीं.... वहीं वो अपने मोबाइल और लैपटॉप के आईपी एड्रेस से विदेशी लोगों से कहीं बातचीत तो नहीं करता था। इन सभी पॉइंट्स के आधार पर एटीएस जांच कर रही है।
संदिग्ध मुर्तजा अहमद अब्बासी शहर के प्रसिद्ध डॉ. अब्बासी के परिवार का सदस्य है। वह अपने परिवार के साथ अब्बासी नर्सिंग होम के परिसर में रहता है। एटीएस परिवार सहित अन्य लोगों से भी पूछताछ कर रही है।
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार हमलावर अहमद मुर्तजा अब्बासी के पास से इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट का टिकट भी मिला है। उसने पुलिस को बताया कि वह सिविल लाइंस गोरखपुर में कार्मेल स्कूल के बगल में रहता है। वह विवाहित था। अलीगढ़ से पढ़ाई पूरी करने के बाद वह मुंबई में कैमिकल इंजीनियर का काम करता था, लेकिन अक्टूबर 2021 में उसकी नौकरी चली गई। इसके बाद उसकी पत्नी उसे छोड़ कर चली गई। इससे वह डिप्रेशन में रहता था। उसने बताया कि वो कई रातों से सो नहीं पाया और परेशान रहता था। चाहता था कि कोई उसे गोली मार दे। इसलिए उसने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया।
पुलिस की फुर्ती और मंदिर की सुरक्षा का धराशायी होते ही इस मामले की जांच यूपी एटीएस ने अपने हाथ में ले ली है। इसके साथ ही मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में भी इजाफा कर दिया गया है। मंदिर के मुख्य द्वार पर कड़ी जांच के बगैर किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। वहीं एटीएस युवक के आतंकी कनेक्शन और उसकी मंशा की जांच में जुटी है।