करोडों की मूर्तियां की चोरी, फिर डरावना सपना आया तो चिट्ठी छोड़ प्रतिमाएं लौटा गए चोर

उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के तरूहा नामक गांव में चोरों ने मंदिर से करोडों की चोरी की और कुछ दिन बाद एक सपना देखा और चोरी का सामान लौटा दिया। ये मामला अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
करोडों की मूर्तियां की चोरी, फिर डरावना सपना आया तो चिट्ठी छोड़ प्रतिमाएं लौटा गए चोर
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Chitrakoot stolen idols: “हम सो नहीं पा रहे हैं, चैन से खा नहीं पा रहे हैं”.. यह शब्द किसी डिप्रेशन में आए इंसान के नही है, बल्कि ये शब्द है उन चोरों के जिन्होनें मंदिर से मूर्तियां चुराई। अब इसे भगवान का लीला मानो या उनकी इमानदारी, लेकिन चोर एक चिट्ठी में ये सब लिखकर चोरी की हुई मूर्तियां वापस रख गए हैं। मामला है उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के तरूहा नामक गांव का। दरअसल चोरों ने मंदिर से करोडों की चोरी की और कुछ दिन बाद एक सपना देखा और चोरी का सामान लौटा दिया।

300 साल पुराने मंदिर से चोरी हुई थी मूर्तियां

जानकारी के अनुसार मंदिर के पुजारी ने 9 मई को रिपोर्ट दी थी कि 300 साल पुराने बालाजी के मंदिर से रात को ताला तोड़कर चोरी हुई है। चोर 5 किलो की अष्टधातु की मूर्ति, तांबे से बनी 10 किलो की तीन मूर्तियां, पीतल से बनी 15 किलो की चार मूर्तियां और चांदी के आभूषण चुरा ले गए। इन सब चीजों की कीमत करोड़ो की बताई गई थी.. लेकिन 7 ही दिन बाद यानि 16 मई को पुजारी के घर के बाहर एक डलिया में चोरी हुई 14 में 12 मूर्तियां रखी मिली। साथ ही एक चिट्ठी मिली जिसमें लिखा था कि “जिस दिन से हमने चोरी की है तबसे हम सो नही पाए हैं... ढंग से खा नहीं पा रहे हैं.. ना ही चैन से जी पा रहे हैं... इसीलिए आपकी अमानत हम आपको वापस सौंप कर जा रहे हैं”। फिलहाल पुजारी ने सभी मूर्तियां थाने में जमा करा दी हैं और पुलिस मामले की जांच कर रही है।

महंत रामबालक ने अज्ञात चोरों के खिलाफ दर्ज कराई FIR दर्ज कराई थी। उसके बाद चोरी हुई 16 मूर्तियों में से 14 महंत रामबालक के घर के पास एक बोरे के अंदर टोकरी में मिलीं।

पुजारी ने मामले की दर्ज कराई थी रिपोर्ट
वहीं मामले को लेकर सदर कोतवाली कर्वी के प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार सिंह ने कहा, "नौ मई की रात को तरौंहा स्थित प्राचीन बालाजी मंदिर से अष्ट धातु की 16 मूर्तियां चोरी हो गई थीं, जिनकी कीमत करोड़ों रुपये है. इस सिलसिले में महंत रामबालक ने अज्ञात चोरों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज करवाई थी”। लेकिन चोरी की गई 16 में से 14 मूर्तियां रविवार को रहस्यमय तरीके से महंत रामबालक के आवास के बाहर एक बोरे से बरामद हुई। साथ ही राजीव कुमार सिंह ने बताया कि मूर्तियों के साथ ही चोरों की लिखी एक चिट्ठी भी मिली है, जिसमें कहा गया है, "हमें रात में डरावने सपने आते हैं. हम डर की वजह से मूर्तियां वापस कर रहे हैं।

बालाजी मंदिर के पुजारी ने बताया कि 9 मई की रात को मंदिर का ताला तोड़कर चोर अष्टधातु से बनी 5 किलो की एक मूर्ति, तांबे से बनी 10 किलो की तीन मूर्तियां, पीतल से बनी 15 किलो की चार मूर्तियां और चांदी के आभूषण चुरा ले गए। हमने अज्ञात चोरों के खिलाफ आईपीसी की धारा 380 के तहत FIR दर्ज की है।

पहली बार नहीं हुआ है ऐसा वाकया, पहले भी घट चुकी हैं ऐसी घटना

बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। कुछ दिन पहले भी ऐसी एक घटना कर्नाटक से सामने आई थी। जहां एक देवी मंदिर से चोरों ने मूर्ति से आभूषण चुराए और पांच दिन बाद पुजारी को 101 रुपये के साथ सारे जेवर लौटा दिए। ऐसे ही एक दूसरे मामले में चोरों ने बेंगलुरु के तवरेकेरे में श्री सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर का ताला तोड़ा और सामान चोरी करने के बजाय मूर्ति की पूजा कर बाहर निकल गए। ये घटना सीसीटीवी में कैद हुई थी।

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