Chitrakoot stolen idols: “हम सो नहीं पा रहे हैं, चैन से खा नहीं पा रहे हैं”.. यह शब्द किसी डिप्रेशन में आए इंसान के नही है, बल्कि ये शब्द है उन चोरों के जिन्होनें मंदिर से मूर्तियां चुराई। अब इसे भगवान का लीला मानो या उनकी इमानदारी, लेकिन चोर एक चिट्ठी में ये सब लिखकर चोरी की हुई मूर्तियां वापस रख गए हैं। मामला है उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के तरूहा नामक गांव का। दरअसल चोरों ने मंदिर से करोडों की चोरी की और कुछ दिन बाद एक सपना देखा और चोरी का सामान लौटा दिया।
जानकारी के अनुसार मंदिर के पुजारी ने 9 मई को रिपोर्ट दी थी कि 300 साल पुराने बालाजी के मंदिर से रात को ताला तोड़कर चोरी हुई है। चोर 5 किलो की अष्टधातु की मूर्ति, तांबे से बनी 10 किलो की तीन मूर्तियां, पीतल से बनी 15 किलो की चार मूर्तियां और चांदी के आभूषण चुरा ले गए। इन सब चीजों की कीमत करोड़ो की बताई गई थी.. लेकिन 7 ही दिन बाद यानि 16 मई को पुजारी के घर के बाहर एक डलिया में चोरी हुई 14 में 12 मूर्तियां रखी मिली। साथ ही एक चिट्ठी मिली जिसमें लिखा था कि “जिस दिन से हमने चोरी की है तबसे हम सो नही पाए हैं... ढंग से खा नहीं पा रहे हैं.. ना ही चैन से जी पा रहे हैं... इसीलिए आपकी अमानत हम आपको वापस सौंप कर जा रहे हैं”। फिलहाल पुजारी ने सभी मूर्तियां थाने में जमा करा दी हैं और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
महंत रामबालक ने अज्ञात चोरों के खिलाफ दर्ज कराई FIR दर्ज कराई थी। उसके बाद चोरी हुई 16 मूर्तियों में से 14 महंत रामबालक के घर के पास एक बोरे के अंदर टोकरी में मिलीं।
बालाजी मंदिर के पुजारी ने बताया कि 9 मई की रात को मंदिर का ताला तोड़कर चोर अष्टधातु से बनी 5 किलो की एक मूर्ति, तांबे से बनी 10 किलो की तीन मूर्तियां, पीतल से बनी 15 किलो की चार मूर्तियां और चांदी के आभूषण चुरा ले गए। हमने अज्ञात चोरों के खिलाफ आईपीसी की धारा 380 के तहत FIR दर्ज की है।
बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। कुछ दिन पहले भी ऐसी एक घटना कर्नाटक से सामने आई थी। जहां एक देवी मंदिर से चोरों ने मूर्ति से आभूषण चुराए और पांच दिन बाद पुजारी को 101 रुपये के साथ सारे जेवर लौटा दिए। ऐसे ही एक दूसरे मामले में चोरों ने बेंगलुरु के तवरेकेरे में श्री सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर का ताला तोड़ा और सामान चोरी करने के बजाय मूर्ति की पूजा कर बाहर निकल गए। ये घटना सीसीटीवी में कैद हुई थी।