15 दिन में पैसे डबल करने के नाम पर 250 करोड़ की ठगी का खुलासा, रहे ऐसे ऐप से सावधान ?

उत्तराखंड में सबसे बड़ी साइबर ठगी का खुलासा हुआ है। एसटीएफ ने 250 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में यूपी के नोएडा से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। चीन की स्टार्ट अप योजना में निवेश का झांसा देकर यह ठगी की गई।
15 दिन में पैसे डबल करने के नाम पर 250 करोड़ की ठगी का खुलासा, रहे ऐसे ऐप से सावधान ?

15 दिन में पैसे डबल करने के नाम पर 250 करोड़ की ठगी का खुलासा, रहे ऐसे ऐप से सावधान ? : उत्तराखंड में सबसे बड़ी साइबर ठगी का खुलासा हुआ है। एसटीएफ ने 250 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में यूपी के नोएडा से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। चीन की स्टार्ट अप योजना में निवेश का झांसा देकर यह ठगी की गई।

स्टार्टअप योजना के तहत बने 'पावर बैंक ऐप' को अब तक भारत में करीब 50 लाख लोग डाउनलोड कर चुके हैं। इस ऐप के जरिये लोगों को 15 दिन में पैसे डबल होने का लालच दिया जाता था।

15 दिन में पैसे डबल करने के नाम पर 250 करोड़ की ठगी का खुलासा, रहे ऐसे ऐप से सावधान ? :इस पूरे मामले का खुलासा उत्तराखंड के हरिद्वार के रहने वाले व्‍यक्ति की शिकायत के बाद हुआ है।

उत्तराखंड पुलिस के मुख्य प्रवक्ता एडीजी अभिनव कुमार ने बताया कि कुछ दिन पूर्व हरिद्वार के श्यामपुर निवासी रोहित कुमार और कनखल निवासी राहुल गोयल ने एसटीएफ को साइबर ठगी की शिकायत दी थी।

 पीडि़तों ने बताया कि प्ले स्टोर पर उपलब्ध पावर बैंक एप का डाउनलोड किया

पीडि़तों ने बताया कि प्ले स्टोर पर उपलब्ध पावर बैंक एप का डाउनलोड किया, जिसमें 15 दिन में रकम दोगुनी होने का दावा किया गया था। इस पर उन्होंने एप डाउनलोड कर पहली बार 91200 रुपये और दूसरी बार 73000 रुपये जमा कराए, लेकिन कुछ रोज बाद जब उन्हें एप प्ले स्टोर से गायब मिला तो ठगी का एहसास हुआ।

रोजर पे और पेयू वॉलेट के माध्यम से यह पैसा आईसीआईसीआई और पेटीएम बैंक के खातों में गया 

शिकायत मिलने के बाद पुलिस को छानबीन में पता चला कि पैसे अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कराए गए हैं। पता चला कि रोजर पे और पेयू वॉलेट के माध्यम से यह पैसा आईसीआईसीआई और पेटीएम बैंक के खातों में गया है। आगे जांच में आया कि पेटीएम बैंक का खाता प्रमुख संदिग्ध खाता है और इसका संचालन पवन कुमार पांडेय निवासी, सेक्टर 99, नोएडा कर रहा है। जिसे गिरफ्तार कर लिया गया।

250 करोड़ के ठगी के मामले की जानकारी अन्‍य जांच एसेंसियों आईबी और रॉ को दी गई 

पुलिस ने आरोपी के पास से 592 सिम कार्ड, 19 लैपटॉप, 5 मोबाइल फोन, चार एटीएम कार्ड और एक पासपोर्ट बरामद हुआ है। यही नहीं, एसटीएफ को जांच में पता चला कि ये रकम क्रिप्‍टो करेंसी में बदलकर विदेश भेजी जा रही है। वहीं इस मामले में देहरादून के एडीजी अभिनव कुमार ने कहा कि 250 करोड़ के ठगी के मामले की जानकारी अन्‍य जांच एसेंसियों आईबी और रॉ को दी गई है।

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