डेस्क न्यूज़- उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में सोमवार सुबह नेशनल हाईवे-9 पर पुलिस की घातक चेकिंग ने 4 लोगों की जान ले ली, मरने वालों में एक पुलिसकर्मी भी शामिल है, हाईवे पर मझोला थाना क्षेत्र में सुबह करीब 6.15 बजे ट्रैफिक पुलिस की टीम इंटरसेप्टर वाहन से वाहनों को रोककर चेकिंग के नाम पर वसूली कर रही थी, पुलिस पंजाब से पीलीभीत जा रही पिकअप को रोककर चालक से दस्तावेज खंगाल रही थी तभी पीछे से आ रही डबल डेकर बस पिकअप व पुलिस टीम से टकराकर हाईवे पर पलट गई, हादसे में पिकअप पर सवार तीन मजदूरों और चेकिंग कर रहे एक कांस्टेबल की मौत हो गई।
इस हादसे में 21 लोग घायल हुए हैं, घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, बस हिमाचल से आ रही थी, जबकि पिकअप पंजाब से पीलीभीत जा रही थी, हादसा होते ही मौके पर चेकिंग कर रहे पुलिसकर्मी लोगों की मदद करने की बजाय भाग खड़े हुए, बाद में जब पुलिस थाने पहुंची तो घायलों को अस्पताल ले जाया गया, सूत्रों का कहना है कि यातायात निरीक्षक को जल्द ही हिरासत में लिया जा सकता है।
घटना मझोला थाना क्षेत्र में दिल्ली से लखनऊ जा रहे राष्ट्रीय राजमार्ग-9 स्थित जीरो प्वाइंट (यहां से मुरादाबाद शहर जाने वाली सड़क) की है, यहां सुबह 6:15 बजे ट्रैफिक पुलिस वाहनों की चेकिंग कर रही थी, तभी पकबाड़े की तरफ से आ रही पिकअप को हाथ दिया, जैसे ही पिकअप के चालक ने गति कम की, तेज गति से पीछे से आ रही डबल डेकर बस ने पिकअप को टक्कर मार दी, डबल डेकर बस भी अनियंत्रित होकर पलट गई।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि पिकअप कुछ दूर जाने के बाद पलट गई, इसमें सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, मृतकों की पहचान पीलीभीत के जाधोपुर पट्टी निवासी सुरेश (35 वर्ष) पुत्र तिलकरम, तेज प्रताप (30 वर्ष) और सुरेश चंद्र (42) पुत्र खाक सराय के रूप में हुई है, जबकि यातायात विभाग के सिपाही बृजेश (30 वर्ष) की भी बस और पिकअप की चपेट में आने से मौत हो गई, बस में 80 से ज्यादा यात्री सवार थे।
बस में सवार यात्रियों ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस को चेक करते देख बस चालक घबरा गया क्योंकि बस में क्षमता से अधिक यात्री सवार थी, उसे लगा कि आरटीओ चेकिंग चल रही है, उसने बस को भगाने का प्रयास किया और अनियंत्रित होकर बस पहले पिकअप में घुसी और फिर डिवाइडर से टकराकर पलट गई।
बंजारिया थाना बिसौली निवासी डबल डेकर बस निवासी शंकर लाल पुत्र वीर सिंह ने बताया कि बस में 80 से अधिक लोग सवार थे. वीर सिंह ने बताया कि बस हिमाचल में हरियाणा बॉर्डर से बरेली के लिए निकली थी. वीर सिंह वहां एक दवा कंपनी में काम करता है। उन्होंने बताया कि जब बस चालक ने सफेद वर्दी में पुलिसकर्मियों को देखा तो उन्हें लगा कि आरटीओ चेकिंग कर रहा है. बस में क्षमता से अधिक यात्री सवार थे। इसलिए जैसे ही पुलिस ने रुकने का इशारा किया तो चालक ने तुरंत बस को स्टार्ट कर दिया। बस पिकअप में घुसी और फिर हाईवे से टकराकर दूसरी तरफ पलट गई। बस में सवार ज्यादातर लोग वे हैं जो हिमाचल में मजदूर और राजमिस्त्री का काम करने गए थे।
पीलीभीत के दुरिया कला थाना क्षेत्र के जाधोपुर पट्टी गांव निवासी शिवसागर ने बताया कि पिकअप पंजाब के संगरूर जिले के खेड़ी गांव से आ रही थी, इसमें पीलीभीत के विभिन्न गांवों के 23 लोग सवार थे, ये लोग वहां धान लगाकर घर लौट रहे थे, सभी 23 लोग आपस में रिश्तेदार हैं, इन लोगों ने 23 हजार रुपए में संगरूर से पिकअप किराए पर ली थी।
पिकअप सवार बबलू गौतम ने बताया कि पुलिस पिकअप चालक से पैसे ले रही थी, तभी पीछे से बस आई और अनियंत्रित होकर पिकअप से टकराकर पलट गई, पिकअप सवारों का कहना है कि पुलिस की टीम इसके तुरंत बाद मौके से फरार हो गई।
राहुल कुमार ने बताया कि वह जंगल में घूमने आया था कि अचानक आवाज आई, यहां पहुंचने पर पता चला कि पुलिस चेकिंग कर रही है, पुलिस ने पिकअप को रोका तो चालक ने रफ्तार कम कर दी, तभी पीछे से आ रही बस पिकअप से टकराकर पलट गई, मौके पर ही करीब 20 लोग घायल हो गए, चार-पांच की मौत हो चुकी थी, रेस्क्यू टीम पहुंच गई है, घायलों को रेस्क्यू किया जा रहा है, मृतकों के शव बस के नीचे दब गए हैं।
पवन ने बताया कि यहां पुलिस की वजह से आए दिन हादसे होते रहते हैं, यहां पुलिस वाहनों की जांच करती है और अवैध वसूली करती है, आज के हादसों में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
एसएसपी पवन कुमार का कहना है कि शुरुआती जांच में पता चला है कि सफेद रंग की इंटरसेप्टर इनोवा कार में सवार 6 पुलिसकर्मी हाइवे पर वाहनों के कागजात चेक कर रहे थे, उनकी लोकेशन की जांच की जा रही है, जो तथ्य सामने आएंगे उनके अनुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
एसपी सिटी अमित आनंद ने बताया कि पकबरा थाना क्षेत्र में एक बस और पिकअप पलट गई है, 4 लोगों की मौत की जानकारी मिली है, घायलों को अस्पताल ले जाया गया है जांच जारी है।